इस पत्र के अनुसार सीएम वीरभद्र सिंह ने सुक्खू को पंडित सुखराम का भी करीबी बताया है। ये मालूम रहे कि 1998 में पंडित सुखराम ने कांग्रेस से अलग होकर हिमाचल विकास कांग्रेस बनाई थी जिसने धूमल सरकार को सहयोग दिया था।
वे पूर्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष को भी पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर प्रमोद शर्मा को भी किन्हीं कारणों से ये जिम्मेवारी नहीं दी जाती है तो हर्षवर्धन चौहान या कुमारी रेणुका डोगरा को युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाए।
वीरभद्र सिंह ने सुक्खू को इस पद के लिए गलत उम्मीदवार करार दिया था। इस विषय में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किसी टिप्पणी से इनकार किया।