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बिहार को दिया पीएम मोदी ने 33 हजार करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा

बिहार|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि बेगूसराय में बिहार को 33 हजार करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा दिया. भारतीय वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर से उलाव हवाई अड्डा पहुंचे.

सिंगापुर दौरे पर गए भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने वहां से भारत और चीन के रिश्तो पर बात करते हुए कहा है कि भारत एवं चीन एक दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशील रहते हुए जब विश्वास एवं भरोसे के साथ मिलकर काम करेंगे तो वह एशिया एवं विश्व का सबसे बेहतर भविष्य होगा. यहाँ सिंगापुर के शंगरी-ला वार्ता से मोदी ने कहा, ‘अप्रैल में राष्ट्रपति शी के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता ने हमारी इस समझ को मजबूती देने में मदद की कि हम दोनों देशों के बीच मजबूत एवं स्थिर संबंध वैश्विक शांति एवं प्रगति के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं.’ मोदी शंगरी-ला वार्ता को सम्बोधित करने वाला पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. इसे सामरिक एवं रक्षा मामलों पर चर्चा के लिए एशिया का महत्वपूर्ण सम्मेलन माना जाता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ एक माह पहले अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई थी. इस वार्ता में दोनों पक्षों भारत और चीन ने आपसी भरोसा एवं समझ विकसित करने पर एक-दूसरे से सहमति जताई थी. पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा दृढ़ता से मानना है कि जब भारत एवं चीन विश्वास एवं भरोसे के साथ मिलकर तथा एक दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशील होकर काम करेंगे तो एशिया एवं विश्व का बेहतर भविष्य होगा.

प्रधानमंत्री ने बिहार के चहुंमुखी विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने वाली 28 परियोजनाओं का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री ने जेएचबीडीपीएल, फेज-1 के ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धमारा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना का फूलपुर से बरौनी, पटना एवं वाराणसी तक का उद्घाटन किया.

इस योजना का शिलान्यास 25 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री ने पटना में किया था. यह खंड बिहार के नौ एवं उत्तर प्रदेश के नौ जिलों से गुजरता है तथा बिहार में करीब 2300 करोड़ का निवेश है. पटना सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के तहत पीएनजी-सीएनजी आपूर्ति परियोजना भी राष्ट्र को समर्पित की गई.

मुख्य परियोजनाएं

  • पटना सीजीडी परियोजना को अगले पांच वर्ष में 360 करोड़ तथा 25 वर्ष में 1200 करोड़ व्यय के साथ क्रियान्वित किया जाएगा.
  • पटना से रांची साप्ताहिक एसी एक्सप्रेस की शुरुआत.
  • बरौनी-कुमेदपुर, फतुहा-इस्लामपुर, बिहारशरीफ-दनियावां, मुजफ्फरपुर-रक्सौल सेक्शन पर विद्युतीय परिचालन का शुभारंभ.
  • पटना सिटी रीवर डेवलेपमेंट फेज-1 के तहत गंगा किनारे बने 16 घाट, सैर स्थल, तीन बहुउद्देश्यीय भवन एवं एक शवदाहगृह का लोकार्पण.
  • इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की बरौनी रिफाइनरी की क्षमता छह से नौ एमएमटीपीए तथा एटीएफ इंडजेट परियोजना का लोकार्पण.
  • खाद कारखाना हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रासायन लिमिटेड बरौनी, 13365.77 करोड़ से बनने वाले पटना मेट्रो के दो रेल कॉरिडोर, 1427 करोड़ की 22 अमृत परियोजना.
  • 2513 करोड़ के पारादीप-हल्दिया पाइपलाइन का दुर्गापुर से पटना एवं मुजफ्फरपुर तक 639 किलोमीटर विस्तारीकरण.
  • इस मौके पर बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, राधामोहन सिंह, रामविलास पासवान, गिरिराज सिंह, राज कुमार सिंह, अश्वनी कुमार चौबे, रामकृपाल यादव, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मंत्री नंदकिशोर यादव, मंत्री प्रेम कुमार, भाजपा के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा और राज्यसभा सांसद प्रो राकेश सिन्हा आदि उपस्थित थे।