वाराणसी: दुनिया में कई तरह के अंधविश्वास देखे ये सुने होंगे आपने देखा होगा कि कई लोग इंसान को भगवान की तरह पूजने लगतें है तो कई अजीबोगरीब परम्पराए निभा कर लोगों को और खुद को मौत के मुह तक पंहुचा देते है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी पुलिस चौकी की बात बताने जा रहें हैं जहाँ कुर्सी पर कोई अधिकारी नहीं बल्कि भगवान विराजतें हैं ऐसा किसी एक नहीं होता बल्कि सालों से ऐसा होता आ रहा है.
यहाँ के लोगों का मानना हैं यहाँ भगवान स्वयं लोगों की रखा के लिए तत्पर है , है न हैरान करने वाली बात ..दरअसल, ये वाराणसी के एक पुलिस स्टेशन की घटा है जहाँ अफसर की कुर्सी पर बाबा काल भैरव विराजतें हैं और अफसर बगल में कुर्सी लगा कर बैठतें हैं ,
सालों से इस चौकी के निरिक्षण के लिए कोई IAS या कोई PCS नहीं आया इस चौकी को बाबा काल भैरव की चुकी कह कर सम्बोधित किया जाता है..
इस वजह से कुर्सीपर नहीं बैठते थानेदार
रायबरेली के विशेश्वर राज स्थिर चौकी के इंचार्ज ने बताया ये परम्परा सालों से चली आ रही है कि कोई भी थानेदार जब इस कोतवाली में नियुक्त होता है तो अपनी कुर्सी पर पर नहीं बैठता उस कुर्सी पर बाबा काल भैरव ही विराजते हैं… यहाँ के थानेदारों का मानना है यहाँ के क्राइम और शांति की देख रेख बाबा खुद करतें हैं. बाबा पुरे शहर के रक्षक भी है इस लिए उस जगह को कोतवाल भी कहा जाता है…
बाबा के विराजने के बाद ही पुलिसकर्मी करते हैं काम शुरू
ऐसा माना जाता है बाबा काशी ने अपने पुरे लेखे जोखे का काम बाबाभैरव को सौप रखा है बाबा काल भैरव की इजाजत के बिना काशी में कोई प्रवेश नहीं कर सकता है. ऐसा बताया जाता है इस परम्परा की शुरुवात किसने की इस बात का पता अब तक नही चल पाया है…लकिन कुछ लोगों का कहना हा ये परम्परा अंग्रेजों के समय से चली आ रही है.