लखनऊ : जरूरत से ज्यादा मोबाइल, लैपटॉप का इस्तेमाल और और टीवी देखना आंखों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
आंखों की रोशनी कम होने की समस्या बच्चों में तेजी से बढ़ रही है, इसलिए स्कूल भेजने से पहले बच्चों की आंख की जांच जरूर करवानी चाहिए।
बल्कि हर छह महीने के अंतराल पर हर किसी को आंखों की जांच करवानी चाहिए।
विश्व दृष्टि दिवस पर दी जानकारी
यह जानकारी बुधवार को केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग के डॉ़ अरुण कुमार शर्मा ने विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर दी। डॉ़ शर्मा ने बताया कि आजकल बच्चे खेलने के नाम पर मोबाइल और अन्य गैजेट्स का इस्तेमाल करते हैं। इससे आंखों को नुकसान पहुंचता है।
बच्चों को एक दिन में कम से कम दो घंटे शारीरिक व्यायाम जरूर करवाएं। मोबाइल के बजाय उन्हें बाहर खेलने के लिए भेंजे। डॉ़ अरुण ने कहा कि केजीएमयू का नेत्र रोग विभाग स्कूलों में नि:शुल्क कैंप लगाने को तैयार है। विभाग ने इच्छुक स्कूलों से संपर्क करने की अपील की है।