अध्यात्म डेस्क:
जीवन में हर कोई आगे बढ़ना चाहता है और आगे बढ़ कर नेतृत्व भी करना चाहता है.कुछ लोग राजनीति में जाना चाहता है कैसे संभव है यह ? क्या आपकी राशी में वो योग हैं जो आपको नेतृत्व क्षमता प्रदान करती है आईये जानते हैं.
नेतृत्व का मूल ग्रह
- मनुष्य की इच्छा को ग्रह ही पूर्ण कराते हैं|
- नेतृत्व का मूल केंद्र बिंदु राहु ग्रह है|
- राहु अगर मेष का होगा तो व्यक्ति को नेतृत्व जरुर मिलेगा|
- राहु अगर लग्न में हो जाये तृतीय भाव में, छठे भाव और दशम भाव में उच्च का हो तो व्यक्ति नेतृव को प्राप्त होगा|
- नेतृत्व की क्षमता परिस्थितियां पैदा करती हैं|
- परिस्थितियों का सृजन छठे भाव से होता हैं|
- यदि छठे भाव में शनि की दृष्टी हो तो व्यक्ति नेतृत्व को प्राप्त करता है|
- व्यक्ति को नेता और नेतृत्व क्षमता देने का राहु ही मूल केंद्र बिंदु है |
12 राशियाँ और नेतृत्व क्षमता
- मेष: मेष राशि का जातक को 42 से 57 वर्ष के मध्य नेतृत्व क्षमता को प्राप्त करता है|
- वृष: वृष राशि का जातक के लग्न में राहु हो जाये तो नेतृत्व क्षमता को प्राप्त करता है|
- मिथुन: मिथुन राशि का जातक की अगर बृहस्पति और राहु की युति हो जाए तो गुरु चांडाल योग से नेतृत्व क्षमता को प्राप्त कर सकता है|
- कर्क : कर्क राशि के जातक को अकारण ही प्रबंधन और नेतृत्व क्षमता देती हैं|
- सिंह: अगर ये किसी की नक़ल न करें या किसी के विचारों से प्रभावित न हो तो नेतृत्व क्षमता पाई जाती है |
- कन्या: कन्या राशि के जातक में स्वमेव नेतृत्व क्षमता होती है|
- तुला: तुला राशि के जातक में परमोच्च तुला का शनि होने पर अभूतपूर्व नेतृत्व क्षमता होती है|
- वृश्चिक: वृश्चिक राशि के व्यक्तियों में अद्भुत नेतृत्व क्षमता होती है,अगर ये अपने लक्ष्य पर केन्द्रित रखे|
- धनु: धनु राशि के व्यक्ति अगर स्वयं का अवलोकन करता रहे तो नेतृत्व कर सकते है|
- मकर: मकर राशि के जातक में जन्म से नेतृत्व क्षमता होती है|
- कुम्भ: इस राशि के व्यक्ति से नेतृत्व क्षमता जन्म से होती है
- मीन: राशि के जातक में अद्भुत नेतृत्व क्षमता होती,ये एकला चलो रे के सिध्धांत पर कार्य करते हैं|