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स्टार्टअप उत्तराखंड पोर्टल शुरू, MSME पखवाड़े का भी उद्घाटन

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हॉल में एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार एवं उद्योग विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित एमएसएमई पखवाड़े का उद्घाटन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्टार्टअप उत्तराखण्ड पोर्टल का उद्घाटन, मेन्टरशिप कार्यक्रम की शुरुआत और क्राफ्ट्स ऑफ उत्तराखण्ड के डॉक्यूमेंट का विमोचन किया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लघु और सूक्ष्म उद्योगों के लिए उत्तराखण्ड में परिस्थितियों के हिसाब से अपार संभावनाएं हैं. प्रदेश में छोटे उद्योगों के माध्यम से कम पूंजी में अधिक लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि 16 जनवरी से 30 जनवरी 2018 तक चलने वाले इस पखवाड़े का उद्देश्य लघु और सूक्ष्म उद्योगों के लिए लोगों में जागरूकता लाना एवं प्रोत्साहित करना है.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों में राज्य में महिलाएं अच्छा कार्य कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार महिला समूह को लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों के लिए ऋण योजना पर योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के तहत 10 करोड़ रुपये तक के निवेशों के प्रस्ताव की मंजूरी का अधिकार जिलाधिकारियों को दिया गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्प, हथकरघा एवं जैविक उत्पादों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. यूरोपीय देशों में हाथ से बुनी हुई वस्तुओं की मांग तेजी से बढ़ रही है. प्रदेश में इन उत्पादों की अपार संभावनाएं हैं, इनको बढ़ावा देने के लिए लोगों में कौशल विकास की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रिटिंग के क्षेत्र में अच्छा स्कोप है, एक प्रिटिंग प्रेस से लगभग 20 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है. उन्होंने कहा कि कट पेपर पर प्रिटिंग करने से उसकी लागत थोड़ा अधिक होता है. लेकिन इससे स्थानीय उद्योग स्थापित होगा और राज्य का पैसा राज्य में ही रहेगा. उन्होंने कहा कि नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अच्छी सेल हुई. पिछले वर्ष 03 करोड़ 50 लाख की सेल हुई जो इस वर्ष बढ़कर 05 करोड़ 62 लाख हुई.

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य में लघु उद्यम, हथकरघा एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों को पुरस्कृत भी किया. लघु उद्यम में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए नैनीताल के अभिषेक मिश्रा को प्रथम, देहरादून के ललित मोहन उनियाल को द्वितीय एवं बागेश्वर के दलीप सिंह खेतवाल और पिथौरागढ़ के सतीश चन्द्र को तृतीय पुरस्कार दिया गया.

हथकरघा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए चमोली की नर्वदा देवी को प्रथम, उत्तरकाशी के केदार चन्द्र को द्वितीय और पिथौरागढ़ की प्रेमा देवी को तृतीय पुरस्कार दिया गया. जबकि हस्तशिल्प के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर पिथौरागढ़ के सुरेश राम को प्रथम, बागेश्वर के मनीष कुमार को द्वितीय एवं अल्मोड़ा के भुवनचन्द्र शाह को तृतीय पुरस्कार दिया गया.

मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि राज्य के पर्यटक स्थलों पर सरकार के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाकर उनको बढ़ावा देने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों के लिए पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने की ज़रूरत है.

इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मनीषा पंवार, महानिदेशक/आयुक्त उद्योग श्रीमती सौजन्या, आरबीआई रीजनल डायरेक्टर सुब्रत दास, उद्योग निदेशक सुधीर नौटियाल और विभिन्न एशोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे.