बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। योगी ने 3 नंवंबर से शुरू हो रही ‘समाजवादी विकास यात्रा’ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति, साढ़े 4 वर्षों में 450 से अधिक दंगे, विकास कार्यों की बदहाली, कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति ही समाजवादी पार्टी की उपलब्धि है।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के नौजवान रोजगार के लिए देश के अंदर भटक रहे हैं और उनके सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया है। उनको यह कहने में भी शर्म आती है कि वह उत्तर प्रदेश के हैं। समाजवादी पार्टी ने पारिवारिक झगड़ा दिखाकर बेहद चालाकी के साथ इन मुद्दों से मीडिया का ध्यान हटाया है। आज मीडिया के ध्यान में रहता है कि उनके रथ में मुलायम का फोटो है और शिवपाल का नहीं है, उनके कार्यक्रम में रामगोपाल आएंगे, मुलायम और शिवपाल नहीं जाएंगे। प्रदेश के जो वास्तविक मुद्दे हैं इन सब से ध्यान हटाए गए हैं।
योगी ने सवाल उठाते हुए कहा कि अखिलेश यादव आखिर किस रथ यात्रा को लेकर प्रदेश में जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता से क्या यही बोलेंगे कि साढ़े 4 सालों में 400 से अधिक दंगे प्रदेश में कराये। क्या राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण, प्रशासन का जाति कारण और शासन का तुष्टिकरण यही शासन की उपलब्धियां हैं और इसी को लेकर के वह रथ यात्रा निकाल रहे हैं।
सिमी आतंकियों के इनकाउंटर पर राजनीति राष्ट्र के लिए घातक
मध्य प्रदेश में सिमी आतंकियों के इनकाउंटर पर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि दुनिया में आतंकवाद, नक्सलवाद और अलगाववाद है और इन सबसे पीड़ित देश भारत है। आतंकवाद को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन, आतंकवाद के खिलाफ की लड़ाई को कमजोर करता है। सिमी एक आतंकी संगठन है देश के सुप्रीम कोर्ट ने भी इस संगठन को समाज और राष्ट्र के लिए खतरनाक माना है इसलिए इसकी गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है। ऐसे में फरार आतंकवादियों का पुलिस मुठभेड़ में मारा जाना उस पर राजनीति करना और उस पर प्रश्न उठाना यह सुरक्षा बल के जवानों के मनोबल को तोडऩे वाला राष्ट्र के लिए घातक और देशद्रोही कार्य है। इस तरह के बयानों को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
दिग्विजय का बयान शर्मनाक
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस नेता दिग्विजय और अन्य जो सेकुलर नेताओं के बयान आए हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक हैं।’’