शायद यही वजह है कि अब नमूने को हैदराबाद स्थित हैदराबाद भेजा गया है ताकि उक्त पदार्थ में कौन-से तत्व थे, इसकी सच्चाई सामने आ सके।
वहीं, मामले का जायजा लेने लखनऊ पहुंचे एनआईए के एसपी अतुल गोयल और फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. बीएस वासवानी गुरुवार को दिल्ली चले गए।
तकनीकी सेवा के अधिकारियों ने ली पत्राचार की जानकारी
लखनऊ एफएसएल की ओर से इस पूरे मामले में किए गए पत्राचार के बारे में तकनीकी सेवा के अधिकारियों ने एफएसएल के निदेशक से जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार पत्राचार को लेकर भी कई खामियां नजर आई हैं।
दरअसल कोई भी एफएसएल से सीधे पत्राचार नहीं कर सकता। तकनीकी सेवा के आईजी के माध्यम से पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जाता है। वहीं किसी जांच के संबंध में संबंधित जिले के पुलिस कप्तान या विवेचक से ही एफएसएल के अधिकारी पत्राचार कर सकते हैं।