सोशल मीडिया पर महिलाओं के पक्ष में कुछ यूजर्स ने कहा कि अगर स्मार्टफोन पर फोटो लेने की अनुमति है तो इस तरह के गेम के गेम खेलने पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. यह बहुत ही सामान्‍य बात है. वहीं कुछ लोग इसे फोटोशॉप का कमाल बता रहे हैं. जबकि कट्टर विचारधारा के लोगों का कहना है कि धर्म का अपमान हो रहा है, क्या इन महिलाओं को कोई शर्म नहीं है?

इस खबर के वायरल हो जाने के बाद अधिकांश ऑनलाइन यूजर्स चारों महिलाओं के रवैया की निंदा की, जिन महिलाओं की राष्ट्रीयता ज्ञात नहीं की गयी और कहा की इन महिलाओं को मस्जिद के आध्यात्मिक महत्व का सम्मान करना चाहिए. बता दें कि साल 2015 में साउदी अरब के मदीना के ही मस्‍ज‍िद-ए-नबवी की एक फोटो वायरल हुई थी, जिसमें कुछ युवा कार्ड खेलते नजर आ रहे थे. इस एक्‍ट के लिए अधिकारियों ने उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया था.