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मंत्रियों ने खुद उतारी अपने सरकारी वाहनों से लाल बत्ती

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तत्काल प्रभाव से सूबे में सरकारी गाड़ियों पर लाल और नीली बत्ती के उपयोग को प्रतिबन्धित कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के लाल और नीली बत्ती (रेड बेकन) के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के फैसले के बाद रात उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से इसे लागू किया गया है। हालांकि, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, सशस्त्र बलों और पुलिस वाहनों जैसे आवश्यक सेवाओं को इस आदेश से मुक्त रखा गया है। वीआईपी की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए अतिरिक्त सुरक्षा बलों कम करने के लिए निर्णय लिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस कदम का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी ट्वीट में केंद्र के इस फैसले का स्वागत किया । योगी ने ट्वीट कर कहा कि मैं इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत करता हूं। हर भारतीय वीआईपी है। इस बीच, प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और राज्य स्वास्थ्यमंत्री सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि इस आदेश का सख्ती से पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि छूट वाले लोगों और उनके वाहनों के अलावा, किसी को भी लाल और नीली बत्ती लगाने इजाजत नहीं दी जाएगी।

आदित्यनाथ ने कैबिनेट के मंत्रियों को ‘लाल बत्ती’ के बारे में प्रधानमंत्री के फैसले से अवगत कराया और सुझाव दिया था कि उत्तर प्रदेश के मंत्रियों को इसका का पालन करना चाहिए। मंत्रियों ने सहमति व्यक्त करते हुए स्वयं अपने आधिकारिक वाहनों से लाल बत्ती हटा दिया। इसकी शुरुआत उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की और इसके बाद महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, कानून मंत्री बृजेश पाठक और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने खुद ही अपने सरकारी वाहनों से लालबत्ती निकाल दी।

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