नवाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान की घिनौनी तस्वीर आज उस वक्त सामने आई जब एक पश्तून कार्यकर्ता ने पाक सरकार और सेना पर 100 से अधिक पश्तूनी युवतियों को अगवा कर देह व्यापार में झोंकने का आरोप लगाया। पश्तून नेता उमर दाऊद खट्टक ने कहा कि इन युवतियों को ‘यौन गुलाम’ बनाकर रखा गया है और इन्हें आतंकी कैंपों में भेजा जाता है।
उमर ने दावा किया है कि पाक सेना के डर से करीब पाच लाख पाकिस्तानी नागरिक अपना घर छोड़कर अफगानिस्तान में रहने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्तून पाकिस्तान का एक तीसरा सबसे बड़ा जातीय समुदाय है जिन पर पाक तालिबान पिछले सात वर्षों से अत्याचार कर रहा है।
पश्तून लिब्रेशन आर्मी का गठन कर हथियारों से संघर्ष की योजना बनाई
पश्तून नेता उमर दाऊद खट्टक ने कहा कि – ‘पाकिस्तान ने हमें काफी बहका लिया है लेकिन अब बहुत हो चुका, अब हम बेवकूफ नहीं बनेंगे।’ खट्टक ने कहा कि हम यहां पश्तूनिस्तान लिब्रेशन आर्मी का गठन कर हथियारों के साथ संघर्ष करेंगे। पश्तून नेता ने कहा कि पश्तून लिब्रेशन आर्मी आतंकवाद का खात्मा करने का सामर्थ्य रखती है लेकिन उसे दुनिया के अन्य देशों का साथ भी चाहिए।
पश्तून बाजारों को लूटकर महिलाओं से दुष्कर्म किया
पश्तूनी नेता ने आरोप लगाया कि पाक सेना ने बाजारों को खत्म कर वहां लूटपाट की और महिलाओं से दुष्कर्म किया। उमर ने इसे एक नरसंहार की उपमा दी। गत दिसंबर में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी पाकिस्तान पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि पाक सेना द्वारा आतंकी नेटवर्क को दुनिया से छुपकर मदद दी जा रही है।