देहरादून: शासन ने प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। शासन ने चुनाव में तीन तरह के संभावित नतीजों को देखते हुए तैयारियां करने को कहा है। वहीं, मतगणना से लेकर नई सरकार के गठन होने तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगाने को भी कहा गया है।गुरुवार को शासन में मुख्य सचिव एस रामास्वामी की अध्यक्षता में नई सरकार के गठन के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही को लेकर बैठक हुई। बैठक में शासन ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में तीन तरह के संभावित परिणामों को लेकर अधिकारियों से तैयारियां करने को कहा।
प्रदेश में भाजपा की सरकार आने की सूरत में शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमाम केंद्रीय नेताओं और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आने की संभावना जताई गई। इसके लिए प्रोटोकॉल के अनुपालन और बाहर से आने वाले अतिथियों के ठहरने और सुरक्षा को लेकर योजना बनाई गई।कांग्रेस की सरकार बनने की सूरत में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री व वरिष्ठ नेताओं के आने की संभावना व्यक्त की गई। इसी स्थिति के हिसाब से होटलों के कक्ष आरक्षित करने और सुरक्षा रखने का निर्णय लिया गया।
तीसरी स्थिति यह रखी गई कि यदि किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा तो क्या होगा। इस स्थिति में पुलिस की भूमिका सबसे अहम मानी गई। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा के साथ ही अन्य दल व निर्दलों व परिजनों की सुरक्षा बढ़ाने और टकराव की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है।इसके अलावा उन्होंने जिला प्रशासन को नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के लिए संभावित स्थल को लेकर अभी से तैयारी करने और कानून व्यवस्था को फुल प्रूफ बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान नई सरकार के गठन के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही से संबंधित चेक लिस्ट पर भी चर्चा हुई और संबंधित विभागों को अपने-अपने कार्यों का उचित तरीके से निर्वहन करने को कहा गया।
बैठक में सचिव मुख्यमंत्री आनंद बर्द्धधन, सचिव गोपन अरविंद सिंह ह्यांकि, राज्य संपत्ति अधिकारी विनय शंकर पांडे, एडीजी राम सिंह मीणा, डीआइजी पुष्पक ज्योति, सचिव विधानसभा जगदीश चंद्र और सचिव विधायी आलोक कुमार वर्मा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।