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दहेज़ के लालचियों ने सरकारी शिक्षिका को जिन्दा जलाया

लखनऊः  गाजियाबाद में एक सरकारी स्कूल की टीचर को दहेज की खातिर ससुरालियों ने जिंदा जला दिया। वहीं गम्भीर हालत में महिला टीचर को इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कल उसकी मौत हो गई। महिला स्वरूप पार्क इलाके की रहने वाली थी।

मृतिका के भाई की तहरीर पर केस दर्ज
मृतक महिला के परिवार वालों का आरोप है कि ससुराल वाले 25 लाख की मांग कर रहे थे। इसी वजह से उसे जला दिया गया। मृतक टीचर के भाई की तहरीर पर पुलिस ने ससुराल पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

आरोपी पति गिरफ्तार
वहीं जैसे ही इल घटना की जानकारी केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को हुई। उन्होंने लगातार कई ट्वीट कर इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस और दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने संगीता के पति को गिरफ्तार कर ‌लिया है लेकिन बाकी परिजन अभी भी फरार हैं जिनकी पकड़ के लिए तलाश जारी है।

2002 में हुई थी शादी
मृतिका के भाई का कहना है कि उनकी बहन संगीता की शादी 2002 में लाजपत नगर के स्वरूप पार्क के ए ब्लॉक निवासी संजीव के साथ हुई थी। दोनों के 2 बच्चे अवनी और बेटा अक्ष हैं। संजीव 6 माह से बेरोजगार है। संगीता बुलंदशहर के एक गांव में प्राइमरी सरकारी स्कूल की टीचर हैं। प्रदीप का आरोप है कि ससुराल वाले कई साल से दहेज में 25 लाख रुपये की मांग को लेकर उनकी बहन संगीता को परेशान कर रहे थे।

ससुराल वालों ने डीजल डाल जिंदा जलाया
इसी बात को लेकर बृहस्पतिवार दोपहर बहन की ससुराल वालों से कहासुनी हुई थी। विवाद बढ़ने पर पति संजीव नागर, सास रामभूली, ससुर रिछपाल नागर ने उनकी बहन पर डीजल डालकर आग लगा दी।बहन की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने आग बुझाई और उन्हें एक निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां से डाक्टरों ने 90 प्रतिशत जली हालत में संगीता को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया जहां शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।

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