रायपुर। राजधानी में इन दिनों ऑटो में बैठकर चेन खींचने वाली बंगाल की महिलाओं की गैंग सक्रिय है। गैंग ने दूसरे दिन भी एक महिला को शिकार बनाया। उसके गले से दो तोले की सोने की चेन खींच ली। पुलिस को इस गैंग की करतूतों के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक शुभम विला न्यू राजेंद्रनगर निवासी विमला दास (47) पति ऋहिषदेव दास पंडरी स्थित लोयट्री होम्स एंड हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपी तकनीशियन हैं। शुक्रवार सुबह 11.30 बजे वे घर से हॉस्पिटल जाने के लिए लालपुर चौक के पास ऑटो में सवार हुई। ऑटो में पहले से 3 महिलाएं बैठी थीं। ऑटो जैसे ही आगे बढ़ा इनमें से एक महिला उल्टी करने लगी।
यह देख साथी महिला ने कहा कि लगता है तबीयत खराब है। विमला दास को महिला की उल्टी बर्दाश्त नहीं हुई। उन्होंने ऑटो को कालड़ा नर्सिंग होम मोड़ के पास रुकवाकर उतरना बेहतर समझा। ऑटो के वहां से जाने के बाद विमला दास को एहसास हुआ कि उसके गले से सोने की चेन गायब हो गई है। उन्होंने तत्काल टिकरापारा थाने पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई।
ऑटो चालक से पूछताछ
पीड़िता के अनुसार ऑटो में सवार गैंग की महिलाएं हुलिए से ईरानी लग रही थीं। हालांकि तीनों हिंदी में बोल रहीं थी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी को खंगाला तो ऑटो में सवार तीनों महिलाओं के फुटेज मिले। पुलिस ने फुटेज के आधार पर उस ऑटो रिक्शा को खोज निकाला। चालक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि तीनों महिलाएं फल मार्केट के पास पचपेड़ी नाका जाने के लिए बैठीं। तीनों महिलाओं ने रामकृष्ण अस्पताल की ओर ऑटो ले जाने कहा और वहां पर उतरकर 60 रुपए किराया दिया।
निशाने पर कामकाजी महिलाएं
गुरुवार को महिला एवं बाल विकास की अनसुइया बाई वैष्णव के गले से इसी पैटर्न पर ऑटो सवार महिलाओं ने चेन उड़ाई थी। पुलिस का दावा है कि गैंग ऑटो में घूम-घूमकर 45 साल से अधिक उम्र की कामकाजी महिलाओं को निशाना बना रही है।
महिला उठाईगिरों का यह है तरीका
बंगाल गैंग की तीन से पांच महिलाएं एक साथ ऑटो पर सवार होती हैं। ईरानी महिलाओं की तरह हुलिया बनाती हैं और चेहरा ढंककर रखती हैं, ताकि उनकी पहचान न हो सके। ऑटो में किसी महिला के सवार होने पर उल्टी करने के बहाने सफाई से चेन पार कर देती हैं।