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अमेरिका से वार्ता को लेकर उत्तर कोरिया खामोश

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात को लेकर भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सकारात्मक संदेश दिए हों। लेकिन प्योंगयांग इस मामले में अपने रुख को लेकर बहुत सावधानी बरत रहा है। दक्षिण कोरिया ने सोमवार को कहा कि उत्तर कोरिया की मीडिया ने पिछले हफ्ते उसके एक प्रतिनिधिमंडल के प्योंगयांग दौरे की खबरों को तो प्रकाशित किया। लेकिन किम जोंग उन की अमेरिकी राष्ट्रपति या दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति से संभावित मुलाकात पर चुप्पी साध रखी है। यह मुलाकात उत्तर कोरिया के एटमी हथियार कार्यक्रम को लेकर होनी है।

इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि उत्तर कोरिया से होने वाली वार्ता की जगह और चर्चा के एजेंडे को लेकर अभी कई कदम उठाने होंगे। यह अभी शुरुआती दौर में है। उन्होंने कहा, हमने तो अभी उत्तर कोरिया की तरफ से कुछ भी नहीं सुना है लेकिन उम्मीद करते हैं कि सीधे उनकी तरफ से जल्द कुछ सुनने को मिलेगा। टिलरसन अपनी पांच अफ्रीकी देशों की यात्रा के अंतिम चरण में नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में थे। हालांकि टिलरसन ने यह नहीं बताया कि वार्ता के लिए कौन से कदम उठाए जाने बाकी हैं। उन्होंने 

संभावित जगहों पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

इससे पहले, दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के प्रवक्ता बैक ताए-ह्यून ने कहा, हमें अमेरिका से संभावित वार्ता को लेकर उत्तर कोरिया की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मुझे लगता है कि वह इस मामले में अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। उन्हें अपना रुख तय करने के लिए और समय चाहिए। 

चीन बोला, ये महत्वपूर्ण मौका

इस बीच, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय के प्रमुख चुंग ईयी-योंग मंगलवार को रूस जा रहे हैं। सोमवार को उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। जिनपिंग ने उनसे कहा कि कोरिया प्रायद्वीप को बातचीत के लिए महत्वपूर्ण अवसर मिला है। इस समय सभी पक्षों को धैर्य रखने और चौकस रहने की जरूरत है। किसी भी समस्या का सामना करने और उसके समाधान के लिए राजनीतिक कौशल दिखाना होगा।