सऊदी ने कहा कि एक और कतर आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की कहता है और दूसरी तरफ पीछे से उन्हें सपोर्ट करता है। बता दें कि सऊदी के अलावा मिस्र, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात ने भी कतर से संबंध खत्म किए हैं। मिस्र का आरोप है कि कतर की ओर के आतंकियों को कई बार टेरर फंडिंग की गई है।
दरअसल, चारों देशों ने कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए अपने अपने राजनयिकों को भी वापस बुलाने का फरमान जारी कर दिया। इसके अलावा चारों देशों में रह रहे कतर के नागरिकों से वापस अपने देश लौटने और कतर में रह रहे अपने नागरिकों को 15 दिन में वापिस आने का आदेश जारी कर दिया गया।
जानकारों की मानें तो पिछले कुछ सालों में कतर के हालात लगातार बिगड़े हैं जिसका असर उसकी छवि पर भी पड़ा है। मौजूदा प्रतिबंधों का असर कतर में 2022 में होने वाले फुटबाल विश्व कप पर भी पड़ सकता है, जिसको लेकर कतर काफी उत्साहित है।