दरअसल, आयकर विभाग की खोजी शाखा ने तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर की संपत्तियों और दफ्तरों पर शुक्रवार को छापेमारी की थी। इस दौरान उनके एक सहयोगी के परिसरों की भी पड़ताल की गई।
इस दौरान पता चला कि आरके नगर विधानसभा के ‘मतदाताओं को बांटने के लिए’ 89 करोड़ रुपये रखे गए हैं। पांच दिसंबर को जे जयललिता की मौत के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा था। विजय भास्कर एआईएडीएमके (अम्मा) धड़े के उम्मीदवार टीटीवी दिनाकरण के वफादार बताए जाते हैं।
वह इस उपचुनाव के मुख्य प्रचारकर्ताओं में से एक हैं। वह आयकर विभाग के निशाने पर आने वाले राज्य के पहले मंत्री हैं। ऐसी कई शिकायतें थीं कि अन्नाद्रमुक का ये धड़ा चुनाव जीतने के लिए पैसे बांट रहा है।