शनि देव को वैदिक ज्योतिष में कर्म का कारक एवं क्रूर ग्रह कहा जाता है। कुछ लोग शनि को बहुत अशुभ समझते हैं। । लेकिन शनि देव तो न्याय और अनुशासन प्रिय ग्रह है। शनि देव को न्यायाधीश का पद प्राप्त है। शनि गोचर, साढ़ेसाती और महादशा का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है, क्योंकि इसके प्रभाव से मनुष्य के जीवन में बड़े बदलाव होते हैं, जैसे शादी , नौकरी, व्यवसाय, संतान आदि। हालांकि ये परिवर्तन सुखद और दुखद दोनों हो सकते हैं। हक़ीक़त यह है कि शनि कि कृपा से इंसान कहां से कहां पहुंच जाता है शनि के आशीर्वाद से इंसान के बिगड़े काम बनने लगते हैं और हर क्षेत्र में उसे सफलता मिलती है
शनि देव बुध, शुक्र और राहु के साथ मित्रता रखते हैं तो सूर्य, चंद्रमा और मंगल के साथ इनका संबंध शत्रुता का है। बृहस्पति और केतु के साथ इनका संबंध सम रहता है। मकर तथा कुंभ राशियों के ये स्वामी माने जाते हैं। शनि एक राशि में लगभग ढ़ाई वर्ष तक रहते हैं इस वजह से शनि का गोचर अहम माना जाता है। शनि देव की राशि परिवर्तन के साथ ही कुछ राशियों से ढ़ैय्या और साढ़ेसाती समाप्त हो जाती है, तो कुछ राशियों में यह आरंभ हो जाती है। ऐसे में शनि के गोचर की जानकारी होना बहुत जरुरी है।
इस साल मकर, धनु राशि और कुम्भ राशि के ऊपर शनि की साढ़े साती का मुख्य रूप से प्रभाव रहेगा। शनि मुख्य रूप से मकर और कुंभ राशि का स्वामी कहलाता है। शनि की वास्तविकता यह है कि यह अच्छों के साथ अच्छा और बुरों के साथ बुरा बनता है।
साल 2020 में शनि, शुक्रवार दिनांक 24 जनवरी 2020 को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ये 5 राशियां वृषभ, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर और कुम्भ आदि शनि के प्रभाव में रहेंगी।
जिसका असर सभी 12 राशियों पर शनि के “पाये” के अनुसार पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र में “पाये” को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि इससे ही शनि देव के शुभ और अशुभ परिणामों का पता चलता है
आईये जानते हैं कि शनि गोचर 2020 के दौरान सभी 12 राशियों की जीवन पर इसका क्या नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव डालेगा ।
मेष राशि (शनि गोचर 2020)
मेष राशि में शनिदेव तांबे के पाये से प्रवेश करते हैं। शनि आपके दशम और एकादश भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके दशम भाव में विराजमान होगा।
- दशम भाव विशेष रूप से कर्म का भाव होता है और शनि भी कर्म का स्वामी है।
- इस दौरान सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत और संघर्ष करना होगा।
- किसी नए काम की शुरुआत की सोच रहे हैं तो 11 मई से पहले कर लें क्योंकि उसके बाद शनि के वक्री होने की वजह से मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
- स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ये साल आपके लिए मध्यम परिणाम वाला साबित होगा। त्वचा सम्बन्धी किसी रोग से परेशानी हो सकती है।
- माता पिता के साथ किसी तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं।
- शनि गोचर के दौरान खुद का नया घर लेने का सपना साकार हो सकता है।
वृषभ राशि (शनि गोचर 2020)
शनि के मकर राशि में जाने से इस रााशि से शनि की ढैय्या का असर बिल्कुल खत्म हो जाएगा। इस भाव में चांदी के पाये के साथ आएंगे। शनि आपके नवम और दशम भाव का स्वामी है।
- गोचर के दौरान शनि आपके नवम भाव में विराजमान होगा।
- चूँकि नवम भाव भाग्य के लिए जिम्मेवार होता है इसलिए इस दौरान पिता के साथ वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- शनि गोचर के दौरान अपनी वाणी पर संयम रखें और किसी के साथ भी गलत व्यवहार ना करें।
- किसी से भी ऐसा कोई वादा ना करें जिसे आप समय पर पूरा ना कर पाएं।
- आलस्य का त्याग करें अन्यथा सभी महत्वपूर्ण कार्य हाथ से निकल जाएंगे।
- नयी नौकरी की तलाश में हैं तो ये काम साल की शुरुआत में ही पूर्ण कर लें।
मिथुन राशि (शनि गोचर 2020)
शनि इस राशि के लिए लोहे का पाये से आएंगे। लोहे के पाये को अति अशुभ माना जाता है।
शनि आपके अष्टम और नवम भाव का स्वामी है।
- गोचर के दौरान शनि आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेगा।
- अष्टम भाव विशेष रूप से अचानक होने वाले कर्म के लिए जिम्मेवार होता है इसलिए इसका प्रभाव आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ सकता है।
- परिणाम स्वरुप अचानक ही किसी काम में रुकावट और मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।
- शनि के प्रभाव से आर्थिक स्थिति निराशाजनक रहेगी, पैसों के लेन-देन के मामलों में सतर्कता बरतें।
- विदेश यात्रा के लिए जाना हो सकता है।
- लंबे वक़्त से चले आ रहे जमीन जायदाद के मामलों का निपटारा होगा।
- जीवन में लिए जाने वाले महत्वपूर्ण निर्णंय बड़ों से सलाह मशवरे के बाद ही करें।
कर्क राशि (शनि गोचर 2020)
शनि देव का यह गोचर इस राशि के लोगों के लिए ताम्रपद से होगा। शनि आपके सप्तम और अष्टम भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शानि आपके सप्तम भाव में विराजमान होगा।
- शनि गोचर के काल में आलस्य को खुद से दूर करें क्योंकि ये आपके हित में नहीं होगा।
- व्यापार से जुड़े लोग साल की शुरुआत में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
- काम के सिलसिले में किसी विदेशी स्रोत से जुड़ सकते हैं।
- शनि गोचर के दौरान संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- वाहन चलाते वक़्त सावधानी बरतें।
- साज-सज्जा की वस्तुओं पर पैसे खर्च करने से बचें।
- अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, किसी पुरानी बीमारी से परेशान हो सकते हैं।
- व्यर्थ के वाद विवाद में ना उलझें, धन हानि की संभावना हो सकती है।
सिंह राशि (शनि गोचर 2020)
शनि देव छठे भाव में स्वर्ण पाद से प्रवेश करेंगे जो इनके लिए काफी शुभ है। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में स्वर्ण पाद को शुभ माना गया है। शनि आपके षष्ठम और सप्तम भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके षष्ठम भाव में विराजमान होगा।
- शनि गोचर इस साल आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी।
- इस साल आपको अपनी मेहनत का भरपूर लाभ मिलेगा, यानि की सफलता प्राप्त करने के लिए भरपूर मेहनत की आवश्यकता होगी।
- जमीन जायदाद के क्षेत्र में निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर लें।
- स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं सामने आ सकती है, किसी पुरानी बीमारी की वजह से मानसिक तनाव से घिर सकते हैं।
- साल के मध्य में अपनी नौकरी में परिवर्तन की कदापि ना सोचें।
- किसी वर्षों पुराने मित्र से इस दौरान मुलाकात हो सकती है।
कन्या राशि (शनि गोचर 2020)
शनि देव कन्या राशि के जातकों के लिए पांचवें भाव पर चांदी के पाए से प्रवेश करने जा रहे हैं।
इस राशि पर से शनि की ढैय्या समाप्त हो जाएगी। इस वजह से तमाम तरह की परेशानियों से इन्हें निजात मिल जाएगी।
- शनि आपके पंचम और षष्टम भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके पंचम भाव में स्थापित होगा।
- शनि गोचर के दौरान इस साल आप किसी रुकी हुई शिक्षा को पूरा कर सकते हैं।
- इस साल गोचर के दौरान आप कोई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
- किसी नए बिजनेस की शुरुआत करने जा रहें हैं तो अच्छी तरह से विचार-विमर्श जरूर कर लें।
- कार्यक्षेत्र में किसी करीबी सहयोगी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- माता-पिता का सहयोग मिलेगा।
- आभूषण या कोई महंगी चीज खरीद सकते हैं।
- साल के मध्य में घर या गाड़ी खरीद सकते हैं।
तुला राशि (शनि गोचर 2020)
तुला राशि के जातको के लिए शनि देव चौथे भाव में आ रहे हैं और लोहे के पाए से इस भाव में प्रवेश करेंगे।
साल 2020 में शनि इस राशि वालों के लिए चौथे भाव में गोचर करेगा। चौथे भाव में शनि के गोचर से इन राशि के जातकों को पर चतुर्थ की ढैय्या प्रारंभ हो जाएगी। शनि के गोचर के कारण इस राशि के लोगों को कोई पुराना रोग फिर से परेशान कर सकता है। इन लोगों को इस समय में इनके शत्रु भी अधिक परेशान करेंगे। तुला राशि के लोगों पर इस समय काम को बोझ अत्याधिक रहेगा। जिसकी वजह से यह अधिक तनाव महसूस करेंगे। शनि की ढैय्या के कारण इस राशि के लोगों को स्वास्थय की अनेकों समस्याएं उत्पन्न होगी।
- ऐसे लोग जो किसी प्रकार के बिजनेस से जुड़े हैं उन्हें इस साल अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
- किसी भी प्रकार के अहंकार से खुद को बचा कर रखें।
- धन निवेश के मामलों में विशेष रूप से सोच विचार कर लें, किसी के बहकावे में ना आएं।
- साल के मध्य में शनि की वक्री होने से माता के साथ मतभेद हो सकता है।
- मानसिक तनाव की स्थिति से जहाँ तक संभव हो बचें।
- सितंबर माह के बाद विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
- वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न होने पर दूर ही रहें।
वृश्चिक राशि (शनि गोचर 2020)
शनि के मकर राशि में जाने से वृश्चिक राशि वालों पर अब शनि की टेढ़ी नजर नहीं रहेगी। साल 2020 में उन्हें कई सुखद समाचार मिलेगा। शनि देव इस भाव में तांबे के पाए से आएंगे।
शनि आपके तृतीय और चौथे भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके तृतीय भाव में स्थापित होगा।
- शनि गोचर के बाद लंबे समय तक आपके ऊपर चली आ रही शनि की साढ़े साती भी ख़त्म हो जायेगी।
- किसी काम को परिपूर्ण करने के लिए आलस का त्याग बेहद जरूरी है इस बात का ख़ास ख्याल रखें।
- ये समय आपके लिए किसी नए कार्य या बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सबसे अच्छा रहेगा।
- शनि गोचर के दौरान आर्थिक स्थिति में वृद्धि होगी।
- किसी रुकी हुई पढ़ाई को इस साल पूरा कर सकते हैं।
धनु राशि (शनि गोचर 2020)
धनु राशि के लिए शनि देव दूसरे भाव में चांदी के पाए के साथ गोचर करेंगे। चांदी के पाये को शुभ माना जाता है।
धनु राशि में शनि दूसरे और तृतीय भाव का स्वामी हो कर धनु राशि से दूसरे भाव में गोचर करेगा। इस वर्ष कोई भी कार्य शुरु करना चाहें तो अपने आप पर पूरी तरह से ध्यान लगा कर ही करें, तभी यह शनि आपको सफलता दिलाएगा साती का आखिरी चरण होने से ये शनि जाते जाते आपको सोने की तरह तपा कर उजला बना देगा।
- शनि आपके दूसरे और तृतीय भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके दूसरे भाव में विराजमान होगा।
- शनि की साढ़े साती का ये आखिरी समय होगा जो आपकी मेहनत का फल आपको जरूर देगा।
- शनि गोचर के दौरान आपको आर्थिक मामलों से जुड़ी कुछ परेशानी आ सकती है लेकिन आपका कोई कार्य इस दौरान रुकेगा नहीं।
- जमीन जायदाद से जुड़े मामलों में लाभ प्राप्त होगा।
- आर्थिक क्षेत्र में पिता का सहयोग मिलेगा।
- विदेश जाने की सोच रहें है तो इस साल आपको रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है।
मकर राशि (शनि गोचर 2020)
शनि देव मकर राशि के लोगों के लिए शनि देव सोने के पाए के साथ पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शनि आपके प्रथम और दूसरे भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शानि आपके दूसरे भाव में स्थापित होगा।
- शनि गोचर के बाद शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण प्रारम्भ होगा जिस वजह से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
- इस दौरान आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और अपनी मंज़िल की तरफ बढ़ने में मदद मिलेगी।
- बिजनेस की दिशा में आय के नए मार्ग बनेंगे और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
- विदेश यात्रा का लाभ भी उठा सकते हैं।
- नया घर लेने का सपना भी इस साल पूरा हो सकता है।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, सूझ-बूझ के साथ काम लें.
- अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें और वहां चलते वक़्त सावधानी बरतें।
कुम्भ राशि (शनि गोचर 2020)
शनि का यह गोचर उनके इस भाव में लोहे के पाए के साथ होगा।
- शनि आपके बारहवें और प्रथम भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके बारहवें भाव में स्थापित होगा।
- इस दौरान इस राशि के जातकों के लिए शनि के साढ़ेसाती का पहला चरण प्रारंभ होगा।
- इसलिए इस दौरान आपको जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता पड़ेगी।
- किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से पहले एक बार दूसरों से सलाह मशवरा जरूर कर लें।
- जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, इस दौरान संयम से काम लें।
- घर के साजो-सामान की वस्तुएं और नयी गाड़ी को खरीदने में धन का खर्च हो सकता है।
मीन राशि (शनि गोचर 2020)
मीन राशि के ग्यारहवें भाव में सोने के पाए के साथ होगा। शनि आपके ग्यारहवें और बारहवें भाव का स्वामी है।
- साल 2020 में शनि आपके ग्यारहवें भाव में विराजमान होगा।
- इस दौरान आलस को खुद पर बिल्कुल भी हावी ना होने ना दें।
- इस साल समाज में नयी पहचान मिलेगी और कार्यक्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगें।
- वैवाहिक जीवन खुशहाल बीतेगा, जीवनसाथी के साथ अच्छा वक़्त गुजारने का अवसर प्राप्त होगा
- स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से शनि गोचर आपके लिए काफी लाभदायक साबित होगा।
- हर कार्य में माता-पिता का भरपूर साथ मिलेगा।
आचार्य राजेश कुमार