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उन्नाव : जमानत पर छूटे आरोपियों ने दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाया, पांच गिरफ्तार

 

उन्नाव। उन्नाव में गुरुवार को जिस रेप पीड़ित युवती को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई है, उसके मामले में रायबरेली पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। कई बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने रेप का मुकदमा दर्ज नहीं किया था। बाद में कोर्ट के आदेश पर चार महीने बाद मुकदमा दर्ज हो पाया था, जिससे आरोपियों के हौसले बढ़ गए। उन्होंने आज यह कांड कर दिया।

उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के हिन्दुनगर के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी अपने एक साथी के साथ पिछले वर्ष 12 दिसम्बर को रायबरेली में अपनी बुआ के यहां रह रही इस युवती से मिलने आये। ये लोग युवती को बहला-फुसलाकर आसपास कहीं ले गए और मौका पाकर सामूहिक दुष्कर्म किया और इस दौरान वीडियो भी बनाया गया। पीड़ित युवती ने जब मामले की शिकायत लालगंज पुलिस से की तो पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। आरोपित उसे लगातार वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करके कई बार रेप करते रहे और पुलिस मामले को टालती रही। इस मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से लेकर कई अधिकारियों तक की गई लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। इस पर युवती ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए अदालत की शरण ली। पुलिस की इसी लापरवाही के चलते आरोपितों के हौसले बुलंद हो गए।

इस तरह घटना के चार महीने बाद रायबरेली कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हो सका और बिहार थाना की पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया जबकि तीसरा आरोपित आज तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया। इस बीच पीड़ित युवती के परिजनों पर मुकदमा वापस लेने का लगातार दबाब बनाया गया लेकिन परिजन मुकदमा वापस लेने को तैयार नहीं हुए।

जेल में बंद मुख्य दो आरोपित दो दिन पहले ही जमानत पर जेल से छूटे हैं। जेल से जमानत पर छूटने के बाद आरोपितों ने अपने अन्य साथियों के सहयोग से आज हुए भयावह कांड की साजिश रच डाली। गुरुवार को सुबह युवती केस की सुनवाई के सिलसिले में रायबरेली कोर्ट जाने के लिए घर से निकली। वह पैदल ही रेलवे स्टेशन जा रही थी, तभी आरोपितों ने गांव के बाहर अपने अन्य साथियों के साथ उसे पकड़ किया और उसके ऊपर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। अधिकारियों के मुताबिक युवती करीब 60-70 फीसदी तक झुलस गई है। पीड़ित युवती ने पांच आरोपितों के नाम बताए हैं।

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पीड़िता को जलाया गया है। उसे बचाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। उसे लखनऊ रेफर किया गया है। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हरीशंकर त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी व अन्य दो को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी फरार है। पुलिस सभी की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। हमने पीड़िता का स्टेटमेंट भी लिया है जो केस में बहुत महत्वपूर्ण होगा।