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योगी सरकार के बजट में युवाओं के लिए दो खास योजनाओं की घोषणा

 

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार के वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में युवाओं पर खास ध्यान केन्द्रित किया गया है। इसमें युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार से जोड़ने के लिए विशेष पहल की गई है। इसी लिए इसे पेश करते हुए वित्तीय मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि 2017-18 का बजट किसानों को समर्पित था। 2018-19 का बजट औद्योगिक विकास व 2019-20 महिला सशक्तीकरण करने वाला था। 2020-21 का बजट युवाओं की शिक्षा, संवर्धन और रोजगार को समर्पित है।

बजट में प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार तथा रोजगार से जोड़ने के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाएं मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना और युवा उद्यमिता विकास अभियान (युवा) प्रारम्भ किये जाने की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के लिए 100 करोड़ की व्यवस्था

इस योजना के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके क्रियान्वयन के फलस्वरूप प्रदेश के युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ मासिक प्रशिक्षण भत्ता प्रदान किया जायेगा। युवाओं को मिलने वाले कुल भत्ते में से 1500 रुपये प्रतिमाह की धनराशि केन्द्र सरकार तथा 1000 रुपये प्रतिमाह की धनराशि राज्य सरकार और शेष धनराशि सम्बन्धित उद्योग द्वारा वहन की जायेगी। मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के संचालन से प्रदेश के उद्योगों को कुशल कारीगर तथा युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार भी प्राप्त होगा।

युवा उद्यमिता विकास अभियान (युवा) योजना में 1200 करोड़ रुपये का इंतजाम

इसी तरह लाखों की संख्या में प्रशिक्षित युवाओं को युवा उद्यमिता विकास अभियान (युवा) योजना के द्वारा रोजगार से स्वावलम्बन की ओर बढ़ाने हेतु अभिनव पहल की गई है। प्रदेश के प्रत्येक जिले में युवा हब स्थापित किया जाएगा, जो इच्छुक युवाओं को परियोजना, परिकल्पना से लेकर एक वर्ष तक परियोजनाओं को वित्तीय मदद के साथ संचालन में सहायता प्रदान करेगा। लगभग 1 हजार 200 करोड़ रुपये की धनराशि, जो युवाओं के लिए विभिन्न स्वतः रोजगार योजनाओं में राज्य को उपलब्ध है। इस युवा हब के माध्यम से ये योजनायें समेकित रूप से क्रियान्वित की जायेंगी।

यह योजना एक लाख से अधिक युवाओं को स्वावलम्बन की ओर ले जाएगी। प्रत्येक जिले में युवा हब की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

इसके साथ ही उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत दो लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।