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दो लड़कों को हुआ पेट दर्द तो डॉक्टर ने लिख दिया प्रेग्नेंसी टेस्ट और फिर…

 

अक्सर डॉक्टरों की लापरवाही के मामले सामने आते रहते हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है। आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बता रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप माथा पकड़ लेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि ये मामला झारखंड के चतरा जिले से सामने आया है। आपको जानकर हैरानी होगी यहां सरकारी अस्पताल में पेट दर्द के इलाज के लिए आए दो  लड़कों को डॉक्टर ने गर्भवती महिलाओं का किया जाने वाला टेस्ट लिख दिया, जिसकी इन दिनों काफी चर्चा है।

दरअसल, सितरिया के चोरबोरा गांव के रहने वाले 22 साल के गोपाल गंजू और पास के ही दूसरे गांव के रहने वाले सुधु गंजू को अचानक पेट में दर्द हुआ तो दोनों के परिजन उनके झारखंड के चतरा जिल के सिमरिया अस्पताल में ले गए। डॉक्टर ने दोनों का चेकअप किया और पर्ची पर कुछ टेस्ट करवाने के निर्देश लिखकर उनको दे दिए।

जब दोनों मरीज जांच वाली पर्ची लेकर पैथलॉजी पहुंचे तो वहां का डॉक्टर यह देखकर दंग रह गया कि गर्भवती महिलाओं का होने वाला टेस्ट पुरुष मरीज का कैसे हो सकता है। पैथलॉजी के डॉक्टर ने पर्ची पर लिखे दूसरी सभी जांच तो कर दी लेकिन ANC (गर्भवती महिलाओं की जांच) टेस्ट करने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों मरीज अपने-अपने घर लौट आए।

जब दोनों मरीजों ने इसकी चर्चा अपने आसपास की तब जाकर इस बात का खुलासा हुआ कि सरकार अस्पताल के डॉक्टर ने गर्भवती महिलाओं का होने वाला टेस्ट पेट दर्द होने पर पुरुषों के लिए भी लिख दिया। इसके बाद यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई।

वहीं इस तरह का आरोप लगने के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टर मुकेश ने कहा ऐसा कतई नहीं हो सकता और यह मुझे बदनाम करने की साजिश है। पर्ची पर ओवर राइटिंग कर ऐसा किया गया है।

इस मामले को लेकर अस्पताल के सीएस डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है और अगर सच में ऐसा हुआ है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।