कोलकाता। माकपा के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम का टि्वटर अकाउंट शनिवार को ट्विटर ने ब्लॉक कर दिया है। बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर उन्होंने एक ट्वीट में भाजपा को असभ्य और बर्बर करार दिया था जिसके बाद रिपोर्ट होने पर इस टि्वटर अकाउंट को ब्लॉक किया गया है।
दावा है कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और दो दशक तक पश्चिम बंगाल में शासन करने वाले ज्योति बसु के बयान को साझा किया था। माकपा की ओर से बताया गया है कि गत 5 अक्टूबर को मोहम्मद सलीम ने बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर ज्योति बसु के एक बयान को पोस्ट किया था जिसमें भाजपा को असभ्य और बर्बर बताया गया था। इसे लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया था। शनिवार को माकपा के आधिकारिक फेसबुक पेज पर इसका जिक्र किया गया है और ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल को जिम्मेदार ठहराया गया है।
पार्टी की ओर से बताया गया है कि गत 5 अक्टूबर को मोहम्मद सलीम ने जो ट्वीट किया था उसमें स्वामी रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद का जिक्र किया गया था। इसके साथ ही ज्योति बसु का नाम लेकर मोहम्मद सलीम ने लिखा था कि हम लोगों ने रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद की वाणी को पढ़ा है। अगर हमें अपने धर्म से प्रेम करना है तो दूसरों के धर्म का सम्मान करना होगा लेकिन भाजपा वालों ने बाबरी मस्जिद के साथ असभ्यता और बर्बरता की। इसके खिलाफ पूरे राज्य को खड़ा होना होगा। भाजपा को यह बात बुरी लगी है इसीलिए उनके ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कंप्लेंट कर ब्लॉक कराया गया है। हालांकि पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि इस तरह से अवैध कार्रवाई करवा कर सच्चाई को नहीं दबाया जा सकेगा। लोग जरूर इसके खिलाफ खड़े होंगे।