देश मे कोरोना के फैलाव के लिए कारण बना तबलीगी जमात का निज़ामुद्दीन में हुआ “मरकज” जैसा ही कार्यक्रम महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 27-28 और 29 मार्च को होना था। तबलीगी इज्तेमा कमिटीने स्थानीय पुलिस को 7 मार्च 2020 को ख़त लिखकर औरंगाबाद-पैठन रोड पर गेवराई में स्थित मैदान इस कार्यक्रम के लिये मांगा था।
इस कार्यक्रम में 50 हज़ार लोग शिरकत करने वाले थे, यह दावा तबलीगी इज्तेमा कमिटीने किया था। इस कार्यक्रम की लगभग सभी तैयारी पूरी हो चुकी थी। लेकिन महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के केस को देखते हुए चिकलथाना पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर एपी आंधले ने तबलीगी इज्तेमा कार्यक्रम को इजाजत नहीं दी। पुलिस की सतर्कता से यह कार्यक्रम टल गया, जिससे कोरोना का संक्रमण रोकने में भी इसकी मदद हुई।
हिमाचल, हरियाणा और पंजाब भी पहुंचे तबलीगी जमाती
दिल्ली से तबलीगी जमात के 840 लोग हिमाचल गए थे। इनमें से 190 की पहचान करते हुए सभी को क्वारंटाइन कर किया गया हे, जिसमें से 3 पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं हरियाणा पुलिस लगभग 48 घंटों में राज्य के 15 जिलों में तबलीगी जमात के 1300 से अधिक लोगों को ट्रैक करने में सफल रही है। पुलिस द्वारा इन व्यक्तियों को ट्रैक कर कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार उनकी चिकित्सकीय जांच करवाकर उन्हें क्वारंटाइन में भेजने की तेजी से की गई कार्रवाई की गई है।
अब तक कुल 8 जिनमें पलवल और नूंह के तीन-तीन और अंबाला के दो लोगों को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है। इनमें से 106 तबलीगी जमात वर्कर विदेशी नागरिक हैं, जिन्हें हरियाणा के पांच अलग-अलग जिलों फरीदाबाद, अंबाला, पानीपत, पलवल और नूंह से ट्रैक किया गया है। ये विदेशी ज्यादातर इंडोनेशिया, फिलीपींस, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और थाईलैंड से संबधित हैं। इन सभी को क्वारंटाइन में रखा गया है और उनके पासपोर्ट पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं।
वहीं पंजाब से करीब 125 लोग हिमाचल से जमात गये थे। 125 व्यक्तियों में से 73 को ट्रैक किया गया और सबको क्वारंटाइन किया गया। 25 मामलों में सैंपल जांच के लिए गए हैं। अब तक 5 पॉजिटिव मामले सामने आये है।