बॉलीवुड के सबसे सफल और दिग्गज अभिनेता लोगों के दिलों पर राज करने वाले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का आज देशभर में 79वा जन्मदिन उनके चाहने वाले मना रहे हैं l
जीवन परिचय-
अमिताभ बच्चन का जन्म आज के ही दिन 11 अक्टूबर 1942 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक कायस्थ परिवार में हुआ था l इनके पिता का नाम हरिवंश राय बच्चन था जो एक मशहूर हिंदी के कवि थे l अमिताभ बच्चन ने अपनी पढ़ाई शेरवुड कॉलेज नैनीताल से की और दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक किया l
सुप्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत ने इनका नाम अमिताभ रखा-
आरंभ में अमित का नाम इंकलाब रखा गया था जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रयोग किए गए प्रेरक वाक्यांश ‘इंकलाब जिंदाबाद’ से लिया गया था l लेकिन बाद में प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत ने इनका नाम ‘अमिताभ’ रखा। ‘अमिताभ’ का अर्थ है, “शाश्वत प्रकाश”
सात हिंदुस्तानी फिल्म के शुरू की थी कैरियर-
अमिताभ बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत सात हिंदुस्तानी फिल्म से शुरू की यह फिल्म 7 नवंबर 1969 को रिलीज हुई थी l
इन फिल्मों के बाद लोगों के दिलों में बसने लगे थे अमिताभ-
वैसे तो अमिताभ बच्चन ने 200 से भी अधिक फिल्मों में काम किया लेकिन अमिताभ बच्चन की कुछ ऐसे फिल्म भी है जिसके बाद वो लोगों के दिलों पर राज करने लगे थे आनंद, जंजीर, अभिमान, सौदागर, चुपके चुपके, रोटी कपड़ा और मकान, दीवार, शोले, कुली, अमर अकबर एंथनी, डॉन, मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस, कालिया, नमक हलाल, देश प्रेमी, मर्द, शहंशाह, अग्निपथ, खुदा गवाह, सत्याग्रह आदि फिल्मों में काम करके लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बना लिए l
गाने के भी शौकीन थे अमिताभ बच्चन-
फिल्मी अभिनय के अलावा अमिताभ बच्चन गाने के भी शौकीन रहे उन्होंने कई फिल्मी गीतों को अपनी आवाज भी दी है l उनके द्वारा गाए कई फिल्मी गीतों मे चोरी चोरी (सूर्यवंशम), ओ रे सांवरिया (अलादीन), आओ मिलकर गाए (अरमान) और हाल-ए-दिल (बुड्ढा होगा तेरा बाप) आदि शामिल है l
अमिताभ के डायलॉग आज भी हैं लोगों के जुबान पर-
अमिताभ की सबसे बड़ी खासियत उनकी दमदार अदाकारी और डायलॉग डिलीवरी है. उनकी कई फिल्मों के डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं l
कौन बनेगा करोड़पति के मेजबान भूमिका निभाए अमिताभ बच्चन-
भारतीय टीवी का लोकप्रिय शो “कौन बनेगा करोड़पति” में कई वर्षों से मेजबान की भूमिका भी ये निभाते आए हैं। इस शो में अमिताभ द्वारा बोले गए शब्द ‘देवियों और सज्जनों’ बहुचर्चित रहा l
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित हुए थे अमिताभ-
फिल्म जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को भारत सरकार द्वारा भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया l इसके बाद 1984 में पद्मश्री, साल 2001 में पद्म भूषण और साल 2015 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किए गए सदी के महानायक l
फिल्मी दुनिया के अलावा राजनीतिक दुनिया में कदम रख कर दिया अपना योगदान-
फिल्म इंडस्ट्री में अपना अद्भुत योगदान देने के बाद सदी के महानायक अमिताभ बच्चन 1984 में कुछ समय के लिए फिल्मी दुनिया से हटकर देश की सेवा के लिए अपने मित्र राजीव गांधी के संपर्क में रहकर राजनीति मैदान में भी अपना कदम रखा इस दौरान अमिताभ बच्चन ने इलाहाबाद लोक सभा सीट से उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा को आम चुनाव में हराकर विजय दर्ज करते हुए चुनाव में जीत हासिल की लेकिन अमिताभ का राजनीतिक कैरियर कुछ अवधि के लिए रहा क्योंकि जिसके तीन साल बाद इन्होंने अपनी राजनीतिक अवधि को पूरा किए बिना त्याग दिया। इसकी वजह इनके भाई का बोफोर्स विवाद में अखबार में नाम आना था, जिसके लिए इन्हें अदालत में जाना पड़ा। फिलहाल इस मामले में बच्चन दोषी नहीं पाए गए l
समाजवादी पार्टी से भी जुड़े थे अमिताभ बच्चन-
अमिताभ के कंपनी एबीसीएल के फेल हो जाने के कारण आर्थिक संकट के समय इनके पुराने मित्र अमर सिंह ने इनकी मदद कीं। इसके बाद बच्चन ने अमरसिंह की राजनीतिक पाटी समाजवादी पार्टी को सहयोग देना शुरू कर दिया। इस दौरान जया बच्चन ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर राज्यसभा की सदस्या बन गई।