इसबगोल एक आयुर्वेदिक दवाई होती है इसबगोल का पौधा देखने में एलोवेरा के जैसे होता है और इसके ऊपर गेंहू की तरह फूल लगते हैं। जिसमें मौजूद बीजों को निकालकर इसबगोल को बनाया जाता है। इसबगोल में लैक्सटिव, कूलिंग और डाइयूरेटिक गुण पाए जाते हैं।
इसबगोल के फायदे इसे विशेष जड़ी बूटी बनाते हैं और इसका प्रयोग कोई भी कर सकता है। इसबगोल को खाने से क्या लाभ शरीर को पहुंचते हैं, इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है। तो आइए सबसे पहले नजर डालते हैं, इसबगोल के फायदों पर ।
वजन हो कम
वजन कम करने के लिए आप इसबगोल का सेवन रोज सुबह करें। रोज इसे खाली पेट खाने से वजन नियंत्रित हो जाता है। आप सुबह इसबगोल को पानी में मिला लें और इसके अंदर नींबू का रस डाल दें। इस मिश्रण को खाली पेट खा लें। इसे खाने से वजन कम हो जाएगा और साथ में ही खाना भी सही से पच जाएगा।
सूखी खांसी हो दूर
इसबगोल का सेवन करने से सूखी खांसी एकदम सही हो जाती है। सूखी खांसी होने पर इसबगोल को चीनी के साथ मिलाकर खा लें। दिन में दो बार इस मिश्रण को खाने से सूखी खांसी तुरंत सही हो जाएगी और इससे आपको निजात मिल जाएगा।
एसिडिटी
एसिडिटी होने पर आप भोजन करने के तुरंत बाद इसबगोल को ठंडे पानी के साथ खान लें। इसे पानी के साथ खाने से एसिडिटी तुरंत सही हो जाएगी और पेट को आराम मिल जाएगा।
जोड़ों का दर्द हो गायब
जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी इसबगोल सहायक माना जाता है और इसे खाने से जोड़ों का दर्द सही हो जाता है। इतना ही नहीं जिन लोगों को दांतों में दर्द की शिकायत रहती है अगर वो इसका सेवन करें, तो उनके दांतों की दर्द भी सही हो जाती है। इसलिए जिन लोगों को जो़ड़ों या दांतों में दर्द की शिकायत रहती है वो इसे खाना शुरू कर दें।
बवासीर से मिले राहत
बवासीर का रोग होने पर इसबगोल का सेवन करना लाभकारी होता है और रोज इसे खाने से ये समस्या सही हो जाती है। बवासीर के रोगी इसे पानी में भिगोकर रोज खाएं। एक हफ्ते के अंदर ही आपको इसका असर देखने को मिल जाएगा और बवासीर सही हो जाएगी।
कान का दर्द हो सही
कान में दर्द होने पर इसबगोल को पानी में भिगो लें और इसके पानी में प्याज का रस मिलाकर इसे कान के अंदर डाल लें। इसे कान के अंदर डालने से कान का दर्द सही हो जाएगा।
पेट की जलन हो दूर
तला हुआ और मसाले दार खाना खाने से कई बार पेट में जलन की शिकायत हो जाती है। पेट में जलन होने पर आप इसबगोल का सेवन कर लें। इसबगोल खाने से पेट की जलन एकदम सही हो जाएगी और पेट को शांति मिलती है। दरअसल इसबगोल की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण इसे खाने से जलन छूमंतर हो जाती है।