Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

साधु संतो की वजह से नहीं इस बार कुंभ मेला इसलिए होगा इतिहास में दर्ज

लखनऊ। कुंभ मेला पहली बार इतिहास के पन्नों पर दर्ज होने जा रहा है इस बार दर्ज होने का ना तो साधु संत और ना ही श्रद्धालुओं की भीड़ कैबिनेट बैठक है। सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम अब लखनऊ से बाहर कैबिनेट की बैठक करेगी। यह बैठक 29 जनवरी को कुंभ नगरी प्रयागराज में होगी। बैठक से पहले कैबिनेट के सभी मंत्री संगम में स्नान भी करेंगे। यह पहला मौका होगा जब उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक संगम तट पर बसे टेंट सिटी में होगी। योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के साथ ही यह बात उठी थी कि प्रयागराज में भी कैबिनेट की बैठकें होंगी लेकिन, ऐसा हो नहीं सका। प्रयागराज कुंभ के आकर्षण ने इस बहुप्रतीक्षित बैठक की राह आसान की है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने तय किया है कि कुंभ में कैबिनेट की अगली बैठक होगी। यह पहला मौका होगा जब कैबिनेट की बैठक राजधानी से बाहर होगी।

भगवान में आस्था रखने वालों के लिए सरकार कैबिनेट की बैठक वहां करेगी। इस बैठक से पूरी दुनिया में एक धार्मिक संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक कुंभ में किए जाने को लेकर फैसला पिछले कैबिनेट बैठक में ही ले लिया गया था। 29 जनवरी को गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती संगम के पावन तट पर होने वाली यह कैबिनेट की बैठक वास्तव में इतिहास दर्ज करेगी। लगभग चार दर्जन मंत्रियों का भारी भरकम जमावड़ा, अधिकारियों की फौज और उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षाबलों की टीम संगम तट पर वे कौन से निर्णय लेगी जो इतिहास में दर्ज हो जाएंगे। इस बैठक में धर्म और कुंभ से जुड़े प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है।

यह 56 वर्ष बाद पहली बार होगा जब कैबिनेट की बैठक लखनऊ से बाहर होगी। इससे पहले 1962 में नैनीताल में कैबिनेट बैठक आयोजित की गई थी। इससे पहले किसी भी सरकार ने आज तक कुंभ में कैबिनेट बैठक का आयोजन नहीं किया है। बैठक के पहले योगी कैबिनेट के मंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ संगम तट पर स्नान भी करेंगे। यहां स्नान करने के बाद वे सभी कैबिनेट की बैठक में शामिल होंगे।

कैबिनेट की बैठक अमूमन लखनऊ में मंगलवार को होती है। मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व होने और मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर में होने की वजह से पिछली कैबिनेट की बैठक स्थगित कर दी गई थी। यह बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। आने वाले मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस में आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री उस दिन वाराणसी में मौजूद रहेंगे। ऐसे में अगले मंगलवार को भी कैबिनेट की बैठक नहीं होगी। कुंभ के टेंट सिटी में कैबिनेट की अगली बैठक किये जाने की चर्चा हुई। उसके महत्व पर बल दिया गया। कुंभ में कैबिनेट की बैठक में लिये गये फैसलों पर पूरे देश-दुनिया की नजर रहेगी।