कौशाम्बी: मर्डर के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे शख्स की रिहाई से महज 1 घंटे पहले ही मौत हो गई। 97 साल के इस व्यक्ति के परिजन उसे कई कोशिशों के बाद जमानत दिलवाने में सफल हुए थे, लेकिन जमानत के कागज़ जेल तक पहुंचने से पहले ही कैदी छक्कन मियां की मौत हो गयी।
मंझनपुर थाना इलाके के अल्लीपुर गांव निवासी छक्कन मियां वहीं के निवासी निहोरे पासी के मर्डर के आरोपी थे। साल 2000 में उनका जुर्म साबित होने के बाद उन्हे उम्रकैद की सजा सुनाई गयी थी। वे 17 साल से जेल के कैदी थे।
पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत बिगड़ने के चलते परिजनो ने उनके स्वास्थ्य के आधार पर जमानत दिलवाने की कोशिशों में जुटा था। उन्हें जेल में मेडिकल एड न मिलने पर 250 कैदियों ने भूख हड़ताल भी की थी। जिसके बाद हाईकोर्ट ने छक्कन की जमानत बीते 11 अप्रैल को मंजूर कर दी थी, लेकिन जेल में जमानत के कागज़ पहुचने के 1 घंटे पहले उनकी मौत हो गई। मौत के बाद उनका शव उनके परिजनो को सौप दिया गया जिसके बाद बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।