अबु धाबी (एएनआई)। यूएई ने भारत को ग्लोबल पावर बताते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच संबंध आज से नहीं हैं बलिक काफी पुराने हैं। संयुक्त अरब अमीरात के विदेश राज्य मंत्री अनवर गरगाश ने कहा कि यूएई और भारत एक वर्ष के अंदर काफी आगे जाएगा। उनका कहना है कि भारत और यूएई के बीच सामरिक संबंध सभी चीजों से ऊपर हैं। भारत यूएई के लिए पहले नंबर पर महत्व रखने वाला देश है। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कैसे हैं। अनवर गरगाश ने कहा कि दोनों देशों का मानना है कि हमारी सीधी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। उनका कहना था कि मौजूदा समय में कट्टरवादी ताकतों को रोकना बड़ी जरूरत है।
भारतीय मुस्लिमों की सोच बेहतर
अनवर गरगाश ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए कोई हिचकिचाहट नहीं होती है कि हमारे यहां पर इस्लाम और मुस्लिम के बीच ही बड़ी समस्या है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद और कट्टरता को कभी भी धर्म के साथ नहीं जोड़कर देखा जाना चाहिए। इस बाबत उन्होंने भारतीय मुस्लिमों की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि यह काफी दिलचस्प है कि भारतीय मुस्लिमों की सोच इस बारे में काफी बेहतर है। वह आतंकवाद और कट्टरता को धर्म से नहीं जोड़ते हैं। आतंकवाद और कट्टरता को उचित ठहराने वालों को कहीं से भी सही नहीं कहा जा सकता है। यह किसी भी सूरत मेंं स्वीकार्य नहीं है।
गणतंत्र दिवस पर अबु धाबी के क्राउन प्रिंस होंगे मुख्य अतिथि
गौरतलब है कि भारत के गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर अबु धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल-नायहान शरीक होंगे। इससे पहले 2006 में गणतंत्र दिवस समारोह में खाड़ी देश सउदी अरब के किंग बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। वर्ष 2013 में भारत ने खाड़ी देश ओमान के सुल्तान को मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से ओमान के सुल्तान भारत नहीं आ सके थे।
दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते
यहां पर ध्यान देने वाली बात यह भी है कि खाड़ी देश जिसमें सउदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात, ओमान, बहरीन, कुवैत और कतर शामिल है, में भारत के 70 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। 2015-16 में भारत ने इन देशों को कुल 41.71 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था। वहीं इस दौरान दोनों देशों के बीच 97.46 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार रहा। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्त अतिथी के तौर पर शामिल हो रहे अबु धाबी के क्राउन प्रिंस नाह्यान संयुक्त अरब अमीरात सेना के उप सर्वोच्च कमांडर है। दोनों देशोंं बीच मजबूत होते संबंधों की गवाह पीएम मोदी की यूएई यात्रा भी रही है। संयुक्त अरब अमीरात भारत में आधुनिक ढांचा मजबूत करने के लिए 75 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा कर चुका है।