नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। नोटबंदी लागू करने से जनता को हुई परेशानी के नाम पर देशभर में कांग्रेस ने आक्रोश दिवस के नाम पर 28 नवंबर को भारत बंद बुलाया है। इसके समर्थन में अन्य दल भी हैं लेकिन जदयू ने इससे दूरी बना ली है।जानकारी के अनुसार जदयू ने साफ किया है कि वो कांग्रेस के आक्रोश दिवस में हिस्सा नहीं लेगी। इसका फैसला शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लिया गया। इसकी जानकारी बिहार में महागठबंधन के दल कांग्रेस और राजद को दे दी गई है।इस पर बात करते हुए जदयू के महासचिव पवन वर्मा ने कहा कि पार्टी ने यह साफ किया है कि हम नोटबंदी का समर्थन करते हैं इसलिए हम बंद का हिस्सा नहीं बनेंगे। नीतीश ने साथ कर दिया है कि विपक्ष को हक है कि वो अपने स्वयं के भी राजनीति एजेंडे लेकर चल सकती है। नीतीश जी ने लालू प्रसाद जी और कांग्रेस को इसकी जानकारी दे दी है और इससे महागठबंधन पर कोई असर नहीं होगा।बता दें कि नीतीश कुमार नोटबंदी के बाद से ही लगातार पीएम मोदी के इस कदम की सराहना करते आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम नोटबंदी के बाद अब बेनामी संपत्ति और शराबबंदी पर भी कदम उठाए।