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जवाब न देने पर असिस्टेंट प्रोफेसर ने जूनियर डॉक्टर को जड़ा थप्पड़

doctor-shimla_1475583888शिमला के आईजीएमसी में जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ मारने पर आरडीए भड़क गई है। आरडीए अध्यक्ष का आरोप है कि प्रोफेसर की ओर से पूछे गए सवाल का जवाब न देने पर दो जूनियर डॉक्टरों को थप्पड़ मार दिया गया। उधर सीनियर डॉ. का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप गलत हैं। 
उन्होंने जूनियर चिकित्सक के उपचार में गलती करने पर सिर्फ डांटा है। इस मामले में आरडीए ने आईजीएमसी प्राचार्या को लिखित में शिकायत दी है। थप्पड़ मारने के आरोप लगाकर पूरे मामले की जांच की मांग की है। प्राचार्य ने शिकायत आने पर जांच को कमेटी गठित कर दी है। जो दोनों पक्षों के ब्यान दर्ज कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बुधवार को बाल रोग विभाग में डॉक्टर मरीज का उपचार कर रहा था। आरडीए अध्यक्ष डॉ. अजय जरयाल बताया कि जूनियर डॉक्टर से अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर ने सवाल किया। इसका जवाब न देने पर जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया गया।
इससे डॉक्टरों में रोष है। इसकी शिकायत कॉलेज प्राचार्य से की है। इसके अलावा डॉक्टर को लिखित में माफी मांगने की बात भी की है। अध्यक्ष और जनरल सेक्रेटरी डॉ. संदीप का कहना है कि अस्पताल में आए दिनों सीनियर डॉक्टरों की ओर से इस तरह का व्यवहार किया जाता है। अस्पताल में डॉक्टरों के साथ रैगिंग हो रही है। एसोसिएशन ने एंटी रैंगिग टीम के अलावा मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और हेल्थ सेक्रेटरी को इसकी शिकायत की है।
नही मारा थप्पड़, लगाई डांट
असिस्टेंट प्रोफेसर का कहना है कि उन्होंने जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ नही मारा है, सिर्फ डांट लगाई है। जूनियर डॉक्टर मरीज को गलत तरीके से उपचार दे रहा था। जो दवाई बताई गई थी, वह सही तरीके से नही दे रहा था। डॉक्टर होने के नाते गलती होने पर डांटना जरूरी था। कॉलेज प्राचार्य को सफाई दे दी है।
जांच के आदेश दिए : डॉ. शर्मा
आईजीएमसी कालेज प्राचार्य डॉ. अशोक शर्मा का कहना है कि उनके पास शिकायत आई है। इस पर उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं। इस बारे में सेक्रेटरी से भी बात होगी।
 
 

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