मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि रविवार को भी आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। राजधानी देहरादून के साथ ही उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में तेज सतही हवाओं के साथ बारिश और गर्जन का अनुमान है। जबकि, देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कुछ हिस्सों में ओले भी गिर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम इसी तरह बना रहेगा।
चमोली जिले में लगातार दूसरे दिन भी बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी के साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई और निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। शनिवार को सुबह चटख धूप खिली, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई। देर शाम तक बर्फबारी होती रही, जिससे ठंड में इजाफा हो गया है। काश्तकारों का कहना है कि अब यदि ओलावृष्टि हुई तो यह गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक हो सकता है। पोखरी, घाट, नंदप्रयाग, पीपलकोटी और जोशीमठ क्षेत्रों में भी देर शाम तक बारिश होती रही।
चमोली जिले में लगातार दूसरे दिन भी बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी के साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई और निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। शनिवार को सुबह चटख धूप खिली, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई। देर शाम तक बर्फबारी होती रही, जिससे ठंड में इजाफा हो गया है। काश्तकारों का कहना है कि अब यदि ओलावृष्टि हुई तो यह गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक हो सकता है। पोखरी, घाट, नंदप्रयाग, पीपलकोटी और जोशीमठ क्षेत्रों में भी देर शाम तक बारिश होती रही।