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नीरज वोरा पिछले 10 महीने से हैं कोमा में दोस्त करा रहा है इलाज़

कई फिल्मों में बेहतरीन सपोर्टिंग रोल में नजर आ चुके नीरज वोरा आज अपनी कॉमेडी की वजह से आज लाकों दिलों पर राज़ करतें हैं. ये बात तो सभी जानतें हैं पिछले काफी महीनो से बीमार चल रहें हैं. 2016 में ब्रेन स्ट्रोक के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था और बताया जा रहा है नीरज 10 महीने से कोमा में हैं.

19 अक्टूबर, 2016 को आए ब्रेन स्ट्रोक की वजह से नीरज को दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट कराया गया था. पहले उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. हालांकि, बाद में हालत में कुछ सुधार के बाद उनके दोस्त मार्च, 2017 में उन्हें मुंबई ले आए. तब से नीरज उन्हीं के यहां रह रहे हैं.

 दोस्त फिरोज नाडियाडवाला ने ली हैं जिम्मेदारी 

कोमा की हालत में नीरज के दोस्त फिरोज नाडियाडवाला उनकी पूरी जिम्मेदारी उठा रहे हैं. यहां तक कि फिरोज ने जुहू स्थित अपने घर ‘बरकत विला’ के एक कमरे को ही आईसीयू में कन्वर्ट करा दिया है.

फिरोज के मुताबिक, मार्च 2017 से नीरज के लिए चौबीसों घंटे एक नर्स, वॉर्ड ब्वॉय और कुक रहता है. इसके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट, न्यूरो सर्जन, एक्यूपंक्चर थेरेपिस्ट और जनरल फिजिशियन हर हफ्ते विजिट पर आते हैं.

नीरज की पत्नी की मौत पहले ही हो चुकी है. उनकी कोई संतान भी नहीं है. फैमिली में केवल उनकी मां थीं. 2014 में उनकी भी डेथ हो गई. नीरज के आगे-पीछे कोई भी नहीं है. ऐसे में दोस्त फिरोज ही उनकी पूरी जिम्मेदारी उठा रहे हैं.
नीरज फिलहाल जिस कमरे में रहते हैं, उसे उनकी फेमस फिल्मों रंगीला, विरासत, हेराफेरी, फिर हेराफेरी, गोलमाल, दौड़ और खिलाड़ी 420 के पोस्टर्स से सजाया गया है. कमरे में टीवी भी लगी है, जिसमें उनकी फेवरेट फिल्मों को दिखाया जाता है, ताकि वो जल्द से जल्द कोमा से बाहर आ सकें.
फिरोज के मुताबिक, पिछले पांच महीने से उनकी हालत में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन वो कोमा में अब भी हैं. हम ऑडियो थेरेपी से उनका इलाज करते हैं. इसके लिए हम नीरज के पिता पंडित विनायक राय वोरा का म्यूजिक उन्हें सुनाते हैं, जिसके बाद वो रिस्पॉन्ड भी करते हैं.
नीरज को जब अक्टूबर, 2016 में ब्रेन स्ट्रोक आया, उस वक्त वो फिल्म ‘हेरा फेरी 3’ पर काम कर रहे थे. इस फिल्म को फिरोज ही प्रोड्यूस करने वाले थे. फिल्म की स्क्रिप्ट भी फाइनल हो चुकी थी और दिसंबर, 2016 से इसकी शूटिंग शुरू होनी थी.
फिरोज के मुताबिक, मैं पिछले 18 सालों से नीरज को जानता हूं. उन्हें कभी भी अकेला रहना पसंद नहीं रहा. यहां तक कि वो खाना खाने के साथ ही फिल्में भी ग्रुप में देखना ही पसंद करते हैं. उन्हें दोस्तों का साथ बहुत पसंद है. बता दें कि नीरज के पिता पॉपुलर शहनाई वादक रहे हैं. 2005 में उनका निधन हो गया.

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