सूचना पर पहुंची पुलिस-वन विभाग की टीम ने सुबह 11 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन देर रात तक भी तेंदुआ काबू में नहीं आ सका था। ‘टनल पास’ के मुहाने पर पिंजड़ा लगाने के साथ 10 मिनी ब्लास्ट के बाद भी तेंदुआ बाहर नहीं निकला। इस पर टीम ने देर रात ‘पास थ्रू प्लान’ पर काम शुरू किया पर सफलता न मिली। दो महकमों में सामंजस्य न होने से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरुआती घंटों में बेहद धीमा चला, जिसे शाम को पहुंचे जू के विशेषज्ञों ने तेजी दी।