लखनऊ:- लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद भाजपा के सभी बड़े नेता चुप्पी साधे हुए थे. इस बीच उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बयान दिया है कि नेतागिरी का मतलब किसी को फॉर्चूनर से कुचलना नहीं है
स्वतंत्र देव सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि “नेतागिरी का मतलब किसी को लूटने नहीं आए हैं. फॉर्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं आये हैं.वोट आपके व्यवहार की वजह से ही आपको मिलेगा. अगर जिस मोहल्ले में आप रखते है वहां 10 लोग आपकी तारीफ करते हैं तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा. यह नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हो और लोग आपकी शक्ल नहीं देख पाए.”
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों तथा भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी. जिसमें 8 लोगों की मृत्यु हो गई थी. भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र मोनू पर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप लगा था. जबकि आशीष दावा कर रहा है कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. बल्कि किसी दूसरे कार्यक्रम में था.
घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. पूरी विपक्षी पार्टी हमलावर हो गई है. और यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद आशीष क्राइम ब्रांच के सामने पहुंचा.उससे घंटों पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर पार्टी सतर्कता बरत रही है इसी सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति में बोलते हुए कार्यकर्ताओं को नसीहत दी हैं।