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स्वतंत्र देव सिंह निर्विरोध बने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष

 

 

लखनऊ। पूर्व परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान एक बार फिर सौंप दी गई है। शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव पर्यवेक्षक भूपेन्द्र यादव ने प्रदेश कार्यालय में स्वतंत्र देव के प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्विरोध ताजपोशी की घोषण की।

प्रदेश अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रीय के 80 पदों के लिए 72 लोगों ने नामांकन किया है। इनके नामों का ऐलान भी आज ही होगा। भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने जुलाई माह में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय की जगह योगी सरकार में परिवहन मंत्री रहे स्वतंत्र देव सिंह को उप्र का अध्यक्ष बनाया था।

गुरुवार दोपहर दो बजे से शाम चार तक चली नामांकन प्रक्रिया के दौरान प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक नामांकन पत्र ही दाखिल हुआ था। जबकि ठीक चार बजे समयावधि खत्म होने के बाद मंगल पांडेय ने औपचारिकता पूरी की।

इस मौके पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष त्याग और तपस्या का पद हैं। सुख का पद नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना हुए कहा कि सोनिया गांधी भाजपा को आतंकवादी संगठन कहती हैं। उन्होंने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह वंशवाद की पार्टी नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। यह पवित्र संगठन है। पार्टी का गौरवशाली इतिहास रहा है।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बहुत ही परिश्रमी और अनुभवी हैं स्वतंत्र देव सिंह। इनकी प्रशंसा सूरज को दीपक दिखाने जैसा है। उन्होंने कहा कि सुनील बंसल और स्वतंत्र देव सिंह की जोड़ी 2022 के लिए काम करेगी और नजारा 100 में 60 हमारा है, बाकी में बंटवारा है।

मौर्य ने कहा कि सपा कांग्रेस, सपा बसपा दोनों मिलकर लड़ चुके हैं। ऐसे में विपक्ष मुद्दा उठाता है, जिसका कोई मतलब नहीं रखता। डिप्टी सीएम ने दावा करते हुए कहा कि सीएए के मुद्दे पर पूरा देश समर्थन में खड़ा है।

इस मौके पर केंद्रीय कार्यालय की तरफ से भूपेंद्र यादव को सम्मान पत्र दिया गया। इससे पहले राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के मनोनयन का प्रस्ताव सीएम योगी आदित्यनाथ ने रखा था। डिप्टी सीएम और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, रमापति राम त्रिपाठी ने सीएम के प्रस्ताव का समर्थन किया। राष्ट्रीय परिषद के 80 सदस्यों के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को मनोनयन का अधिकार दिया।