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यूपी में छात्रवृत्ति के लिए इतने प्रतिशत अटेंडेंस अनिवार्य होना चाहिए ?

उत्तर प्रदेश के लगभग 55 लाख छात्रों के लिए बड़ी खबर है. अब प्रदेश के छात्रों को छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति के लिए आधार बेस अटेंडेंस से गुजरना होगा. यानी कि छात्रवृत्ति के जरिए पढ़ाई करने वाले छात्रों को अनिवार्य रूप से बॉयोमिट्रिक पहचान के जरिए हाजिरी लगानी होगी. इसके लिए विश्वविद्यालयों समेत सभी संस्थानों को आधार बेस उपस्थिति प्रणाली को स्थापित करना होगा. वहीं, 75 प्रतिशत अटेंडेंस के बिना छात्र छात्रवृत्ति के लिए अपात्र होंगे.

सरकार ने छात्रवृत्ति लेने वाले छात्रों के मामले में हाजिरी के नियम सख्त कर दिए हैं. इसके मुताबिक संस्था को आधार बेस हाजिरी को हर माह प्रमाणित करते हुए छात्रवृत्ति पोर्टल पर अपलोड करना होगा. जानकारी के मुताबिक एससी-एसटी नियमावली में भी इसे शामिल किया गया है. ऐसा नहीं करने वाले संस्थानों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.

जानकारी के मुताबिक आधार बेस अटेंडेंस अंगूठे या उंगलियों के निशान, चेहरे की पहचान या कॉलेज परिसर में पहुंच कर कहीं से भी लगाई जा सकेगी. अटेंडेंस के ब्योरे में गड़बड़ी न हो इसलिए इसे एनआईसी में रखे जाने की व्यवस्था भी बनाई जा रही है. संस्थान जिस विश्वविद्यालय या एजेंसी से संबद्ध हैं, हाजिरी प्रतिदिन वहां जाएगी. वहां हाजिरी का डाटा समाज कल्याण को दिया जाएगा.

*रिपोर्ट-रंजीत सिंह*