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गजब बीमारी जिसमे बीमार किडनेपर के साथ होने लगता है लगाव…

स्टॉकहोम सिंड्रोम (Stockholm Syndrome) कोई बीमारी नहीं बल्कि स्थिति है तो तब होती है जब अगुवा होने वाले व्यक्ति को अपने अपहर्ता के साथ सहानुभूति हो जाती है. उधाहरण के तौर पर बॉलीवुड फिल्मों को ही ले लीजिए. 

फिल्म किडनैप में आलिया भट्ट में किडनैपर रणदीप हुड्डा से लगाव हो जाता है, फिल्म मदारी में इरफान खान एक बच्चे को किडनैप करते हैं. बच्चे को इरफान से सहानुभूति हो जाती है. इस स्थिति को स्टॉकहोम सिंड्रोम (Stockholm Syndrome) कहा जाता है. 

स्टॉकहोम सिंड्रोम

स्वीडिश अपराधविज्ञानी और मनोचिकित्सक निल्स बेजरोट ने ये शब्द दिया था. 23 अगस्त 1973 में हुई घटना के बाद इसको नाम मिला स्टॉकहोम सिंड्रोम था. स्वीडन में एक बैंक डकैती के दौरान कुछ ऐसा हुआ था. जिसने सभी को हैरान कर दिया. 
डकैतों ने बैंककर्मियों को 6 दिन तक बंधक बनाए रखा. लेकिन जब वो आजाद हो गए तो किसी ने भी डकैतों के खिलाफ गवाई नहीं दी. यहां तक कि लोग डकैतों से जेल में मिलने जाते थे.

23 अगस्त 1973 में स्वीडन की क्रेडिटबांकेन बैंक में कुछ डकैत घुसे. बंदूक लहराई और कर्मचारियों को बंधक बना लिया. यान-एरिक ऑल्सन ने ये डकैती रची थी. उन्होंने कर्मचारियों को इसलिए बंधक बनाया था ताकी वो अपने दोस्त क्लार्क ओलोफसन की रिहाई कराना चाहते थे. उन्होंने बंधकों को बैंक की तिजोरी में 23 अगस्त से लेकर 28 अगस्त तक रखा.  पूरे देश में ये खबर फैल चुकी थी. टेलीवीजन पर इसका लाइव प्रसारण चलाया गया. सभी लोग दिल थामकर टीवी पर नजरें गढ़ाकर बैठे थे.