मकर संक्रांति : काशी के आसमान में होगी 'कोरोना' और 'वैक्सीन' की भिड़ंत

वाराणसी। शिव और काल भैरव की नगरी काशी (वाराणसी) का बाजार मकर संक्रांति के लिए सजकर तैयार हो गया है। जगह-जगह तिलकुट, तिल और गुड़ के लड्डू और नए धान का चूड़ा मिल रहा है। लेकिन संक्रांति का त्योहार पतंगबाजी के बिना अधूरा है। वाराणसी में भी बच्चों से लेकर युवा तक जमकर पतंगबाजी करते हैं। यह सिलसिला सुबह से शुरू होकर देर शाम तक चलता है। इसको लेकर बाजार में तरह-तरह की पतंग मंगाई गई हैं।
आसमान में 'कोरोना' और 'वैक्सीन' की भिड़ंत
मकर संक्रांति के बाद 16 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू हो जाएगा। सरकार की तरफ से ऐलान हो चुका है, तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। लेकिन इस वैक्सिनेशन से ठीक एक दिन पहले खुले आसमान में 'कोरोना' और 'वैक्सीन' की भिड़ंत देखने को मिलेगी।
धर्म नगरी में इन पतंगों की डिमांड सबसे ज्यादा
मकर संक्रांति पर इस बार होने वाली पतंगबाजी में पतंगों पर सियासी चेहरे नहीं बल्कि कोरोना और वैक्सीन की तस्वीर बनी हुई हैं और खास बात ये है कि इन पतंगों की डिमांड सबसे ज्यादा धर्म नगरी वाराणसी में देखी जा रही है। स्पेशल आर्डर देकर इन पतंगों को बाजारों में मंगाया गया है।
मकर संक्रांति पर्व पर पतंगबाजी भी विश्व विख्यात
मकर संक्रांति पर्व पर ध्यान पूजन के साथ ही पतंगबाजी भी विश्व विख्यात है। आसमान में एक-दूसरे के पतंग के बीच अपना-अपना पेच लड़ाकर प्रतिद्वंदी से मुकाबला किया जाता है। हर बार इस आसमानी युद्ध में सियासी चेहरे भी शामिल होते हैं और आसमान में पतंगों के सहारे उनमें भिड़ंत भी होती है। लेकिन इस बार बाजारों में सियासी तस्वीर वाले पतंग कम ही नजर आ रहे हैं क्योंकि बाजार में कोरोना और वैक्सीन वाले पतंगों ने जगह बना ली है। लोग खासा डिमांड लेकर इस पतंग को खरीदने आ रहे हैं, जिससे दुकानदारों की भी दुकानदारी जमकर हो रही है।
कोरोना गो और वैक्सीन बने हुए पतंग की खासा डिमांड
दुकानदार महेश यादव और किशन यादव कहते हैं कि पतंगों के बाजार में कोरोना के तस्वीर वाले पतंग, गो कोरोना गो लिखे हुए पतंग और वैक्सीन बने हुए पतंग खासा डिमांड में हैं। खरीदने वाले लोगों का कहना है कि मकर संक्रांति पर आसमान में कोरोना पेच लड़ाकर आसमान में ही काट देना है। इस भिड़ंत को लेकर युवा खासा उत्साहित हैं। खास बात ये है कि ये खुद ऐसे पतंग डिजाइन करवा रहे हैं।