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लोकसभा चुनाव : सातवें चरण में इन 6 दलबदलू नेताओं की किस्मत होगी दांव पर

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के छह चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं और अब केवल अंतिम चरण का मतदान बचा रह गया है, जिसमें 19 मई को देश भर की बची हुई लोकसभा सीटों पर मतदान किया जाएगा। सातवें चरण में भी कई दिग्गज नेताओं की किस्मत भी दाव पर लगी होगी लेकिन सबसे दिलचस्प मुकाबला पूर्वांचल में देखने को मिलेगा। जहां से चुनाव लड़ रहे 6 दलबदलू नेताओं की किस्मत दाव पर लगी होगी और उनके साथ उनकी पार्टी की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है।

उत्तर प्रदेश की बची हुई 13 सीटों पर सातवें चरण में मतदान होगा। लेकिन इसमें से 6 सीटों पर दलबदलू उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिनमें पहला नाम नियाज अहमद का है, जो पिछले लोकसभा चुनाव में इसी सीट से बसपा उम्मीदवार थे लेकिन इस बार वह कांग्रेस के टिकट से पूर्वांचल की देवरिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने बसपा के विनोद जयसवाल मैदान में होंगे।

दूसरा नाम है बालकृष्ण चौहान का, जिन्होंने पिछले चुनाव में घोसी लोकसभा सीट से बसपा का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन इस बार वह कांग्रेस के टिकट से मैदान में हैं। तीसरा नाम है रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से अपना दल के प्रत्याशी पकौड़ी लाल का, जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट से चुनाव लड़ा था।

चौथा नाम है चंदौली लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा का। जिन्होंन 2014 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। शिवकन्या बसपा के दिग्गज नेता रहे बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी हैं।

इसके बाद अगला नाम है वाराणसी से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही शालिनी यादव का, जिन्होंन हाल ही में कांग्रेस से पाला बदलकर सपा का दामन थामा था। वह वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। वहीं सबसे अंतिम नाम है भाजपा की ओर से गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे रवि किशन का। जिन्होंने 2014 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा था।