Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

मेरठ : घोड़े पर सवार 80 फीट के रावण का होगा दहन

 

 

मेरठ। नवरात्रि के नौ दिन मां भगवती की उपासना करने के बाद कल मंगलवार को बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता विजयदशमी पर्व मनाया जाएगा। जनपद में मुख्य रूप से दिल्ली रोड-रामलीला ग्राउंड, भैसाली ग्राउंड, जेल चुंगी चौराहा विश्वविद्यालय रोड और सूरजकुंड पार्क पर मेले का आयोजन किया जाता है।

दशहरे पर लंकापति रावण, कुंभकरण व मेघनाथ के पुतलों का दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है, लेकिन यह भी सत्य है कि बुराई का अंत होने में मानव को लंबे संघर्ष से होकर गुजरना पड़ता है। यह त्यौहार हिंदू मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक भी है क्योंकि जितने हर्षोल्लास से हिंदू धर्म के लोग इस त्योहार को मनाते हैं उतने ही उल्लास, उत्साह के साथ मुस्लिम धर्म के लोग भी दशहरे में पुतलों का निर्माण करके आपसी भाईचारे का संदेश देते हैं।

रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को बनाने का काम करने वाले कारीगरों की यही ख्वाहिश होती है कि सांप्रदायिक ताकतों के ऊपर हिंदू मुस्लिम भाईचारे की जीत हो। दशहरा को लेकर मेरठ में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिलती है। यहां वर्षों से मुसलमान रावण, कुंभकरण व मेघनाथ के पुतले बनाते आ रहे हैं। शहर के भैंसाली मैदान में मंगलवार को आयोजित होने वाले रावण दहन में पुतलों का निर्माण करने वाले गुदड़ी बाजार निवासी वसीम ने बताया कि हमारी यह तीसरी पीढ़ी है जो बरसों से रावण, मेघनाथ, व कुंभकरण के पुतले बनाती आ रही है। उन्होंने बताया कि इस साल तीनों पुतले दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे क्योंकि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पुतलों की ऊंचाई 10 फीट बढ़ा दी गई है। रावण के पुतले की ऊंचाई 80 फीट, कुंभकरण की 70 फीट व मेघनाथ की 60 फीट रखी गई है और यह तीनों पुतले घोड़ों पर सवार रहेंगे तथा इनकी आंखें व ढाल गतिमान रहेगी।

उन्होंने बताया कि पुतलों को बनाने में हमें करीब दो महीने लग जाते हैं जब उनसे मुनाफे के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि बस हमें मजदूरी मिल जाती है और इसके अंदर हम पेट भर रोटी खा लेते हैं। दूसरी तरफ त्योहारों को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद है। महानगर के चप्पे-चप्पे पर प्रशासन की निगाहें हैं। शहर के संवेदनशील इलाकों व संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दशहरा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के आदेश भी दिए हैं।