रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंध रूस की अर्थव्यवस्था को बर्बाद नहीं कर सकते। ऐसा इसलिए है क्योंकि रूस की अर्थव्यवस्था खुली हुई है और सहयोगी देशों के साथ उसका लेन-देन जारी है। पुतिन ने कहा, हमने सोवियत संघ से मिले अनुभवों से सीखा है। सोवियत संघ की तरह रूस की अर्थव्यवस्था बंद नहीं है। भारत और चीन के साथ व्यापार संबंधों पर पूछे गए सवाल के जवाब में पुतिन ने कहा, हमारी अर्थव्यवस्था हमेशा खुली रहेगी। हम आपसी हितों के अनुसार सौदे करेंगे। युवा उद्यमियों के साथ बैठक में पुतिन ने कहा है कि हम किसी एक के लिए नहीं हैं और न ही कोई हमारे लिए इकलौता है। हम सबके साथ मिलकर व्यापार करने के लिए तैयार हैं और करेंगे।
बता दें कि कुछ दिनों पहले रूस ने साफ कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की आपूर्ति के लिए उसके ऊपर लगे प्रतिबंध (रोक) हटने चाहिए। प्रतिबंध हटे बगैर उसके लिए समुद्री मार्ग से गेहूं की आपूर्ति कर पाना संभव नहीं है। गौरतलब है कि तुकिये ने रूस की इस शर्त का समर्थन किया है। जबकि इटली ने रूस से यूक्रेन को गेहूं के निर्यात का रास्ता देने के लिए कहा है। बता दें कि रूस गेहूं और खनिज उवर्रक का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है। लुहांस्क के गवर्नर शेरी हैदाई ने बताया कि रूसी सैनिकों ने सीविरोडोनेस्क के तटवर्ती औद्योगिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। बताया जाता है कि यह यूक्रेन के आधिपत्य वाले लुहांस्क क्षेत्र का एक प्रमुख शहर है। हैदाई ने कहा कि सीविरोडोनेस्क की गलियों में भीषण युद्ध जारी है, जिसने सफलता के मायने बदल दिए हैं। स्थितियां लगातार बदल रही हैं, लेकिन यूक्रेनी सैनिक हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।