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एवरेस्ट फतह की तैयारी में जुटी गरीब की बेटी

 

-पैसों के अभाव में पिछले वर्ष सपना नहीं हुआ था पूरा
-ऊर्जा राज्य मंत्री ने दिया सरकार से मदद दिलाने का भरोसा

मीरजापुर। जमालपुर ब्लाक के हिनौता माफी गांव के गरीब किसान की पुत्री काजल पटेल एवरेस्ट की चोटियों पर तिरंगा फहराने की तैयारी में जुट गयी है। काजल पटेल का चयन एशियन ट्रैकिंग प्रा. लि. काठमांडू नेपाल ने पर्वतारोहण के लिए किया है। कपंनी के चेयरमैन ने सेलक्शन सूची भी काजल को भेज दी है।

बीते वर्ष भी काजल का चयन पर्वतारोहण के लिए किया गया था लेकिन किट के लिए धन का जुगाड़ न होने के कारण उसे स्थगित करना पड़ा। इस बार मड़िहान क्षेत्र के विधायक व सूबे के ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल ने शासन से आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है। काजल को इस अभियान के लिए 25 लाख रुपये की जरूरत है। इस धनराशि का इंतजाम करना काजल पटेल के पिता व तीन बीघे के किसान संतराम सिंह के बूते की नहीं है।

बीएचयू से स्नातक की शिक्षा के दौरान एनसीसी कैडेट का प्रशिक्षण लेने के बाद काजल पटेल ने हिमाचल प्रदेश के अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीच्यूट ऑफ माउंटेनरिंग एंड एलिड स्पोर्ट ट्रेनिंग सेंटर से एडवांश माउंटेनरिंग कोर्स पूरा कर चुकी है। काजल एवरेस्ट की ऊंची और बर्फीली चोटी फतह करने के लिए 5 जनवरी-2020 को रजिस्ट्रेशन के लिए पांच लाख रुपये जमा करना होगा। शेष धनराशि पांच मार्च तक जमा करने का समय दे दिया गया है। यही नहीं उसे पांच लाख रुपये की किट भी खरीदनी होगी।

लद्दाख की 18 हजार फुट ऊंची चोटी पर तिरंगा फहरा चुकी है काजल

एनसीसी गर्ल्स माउंटेनरिंग पर्वतारोही टीम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के 7 यूपी एयर स्ववाड्रन एनसीसी की बतौर कैडेट काजल जुलाई 2017 में 18 सदस्यीय दल में यूपी से अकेले लद्दाख की 18 हजार फीट ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर अपनी काबलियत को साबित कर चुकी है। प्रदेश सरकार से आर्थिक मदद मिली तो अवश्य ही काजल जिले का ही नहीं प्रदेश का गौरव बढ़ाएगी।