ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा सरकार कानून-व्यवस्था की स्थिति मजबूत नहीं कर सकी। इस सरकार के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर समेत 12 हजार दंगे-फसाद हुए। केवल मुसलमान ही नहीं सभी मजलूमों का दुख मेरा दु:ख-दर्द है। मैं सांप्रदायिक नहीं हूं। मुझे तो बदनाम किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी से देश का नाश कर दिया है। 70 साल से मुसलमानों को छला जा रहा है। उनकी इस सभा के दौरान मंच पर जबरदस्त धक्कामुक्की होती रही।
दरअसल शामली के कांधला रोड पर आज औवैसी की सभा रही। यहां पर उन्होंने कहा कि करीब 70 साल से मुसलमानों को छला जा रहा है। किसी पार्टी ने इनका भला नहीं किया। सपा कुनबे की रार पर उन्होंने कहा कि जो बाप-बेटा एक दूसरे के नहीं हुए, वह मुसलमानों के क्या होंगे। सपा शासन में हर कोई हलकान है। सपा ने सच्चर कमेटी की सिफारिश, मुस्लिम इलाकों में पाठशाला, मुस्लिम लड़कियों को तीस हजार की मदद, उर्द स्कूल खुलवाने के वायदों से मुकर गई। पुलिस भर्ती एवं पोस्टिंग में भेदभाव किया जा रहा है। औवेसी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मुस्लिमों का रहनुमा बनने पर सीधे बहस की चुनौती दी। कहा कि भाजपा हमसे डरती है, जिसे हम डराकर रहेंगे। कहा कि मुजफ्फरनगर और शामली में हुए दंगे में दोषियों को सजा देने के बजाय केवल मुआवजा देकर खानापूर्ति की गई। कहा कि नोटबंदी से देश में बेरोजगारी बढ़ी है।