Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना से आज मिलेंगे पीएम मोदी, इन परियोजनाओं का…..

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच आज द्विपक्षीय वार्ता होगी और तीन परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। इस दौरान तीस्ता जल वितरण और रोहिंग्या का मामला पर भी चर्चा होगी।

बता दें कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना गुरूवार से चार दिवसीय भारत के दौरे पर हैं। आज होने वाली मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ’हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच ट्रांसपोर्ट, कनेक्टिविटी, कैपसिटी बिल्डिंग और कल्चर के क्षेत्रों से जुड़े 6 से 7 समझौतों पर दस्तखत किए जाएंगे और दोनों नेता संयुक्त रूप से तीन परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।

एनआरसी और अवैध प्रवासियों का मुद्दा ढाका के लिए चिंता का विषय है हालांकि इस पर प्रवक्ता कुमार ने एनआरसी की प्रक्रिया को ’आंतरिक’ बताया। उन्होंने कहा, ’हम कहते रहे हैं कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चल रही एक प्रक्रिया है। यह अभी जारी है इसलिए विदेश मंत्रालय का दृष्टिकोण है कि हम फिलहाल इसमें अपनी तरफ से कुछ नहीं कर सकते हैं।

मेरा मानना है कि यह समझना जरूरी है कि पहले जारी प्रक्रिया को पूरा होने दें, इसके बाद कई अपीलीय प्रक्रियाएं हैं। बता दें कि गुरुवार शाम को भारत में बांग्लादेश के राजदूत सैयद मुअज्जम अली की ओर से दिए गए भोज में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि वे नहीं समझतीं कि एनआरसी की प्रक्रिया में कोई परेशानी की बात है।

उन्होंने कहा था कि ’हमने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है, सब कुछ ठीक है।’ दोनों नेताओं की पिछले हफ्ते यूनाइटेड नेशंस की 74वीं आम सभा के दौरान न्यूयॉर्क में भी मुलाकात हुई थी। विदेश विभाग के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वे नहीं चाहते कि यात्रा के परिणाम के बारे में कोई ’पूर्वाग्रह’ हो।

उन्होंने कहा, ’मैं पहले से कोई धारणा नहीं बना सकता कि क्या चर्चा होने जा रही है। मैं सिर्फ कुछ बिंदु रख रहा हूं, रिश्ते कभी इतने करीब नहीं रहे। स्वाभाविक रूप से, द्विपक्षीय संबंधों को एक अलग ऊंचाई पर ले जाने के लिए दोनों देशों को ध्यान देना चाहिए। यह व्यापार और कनेक्टिविटी को विस्तार देगा, हम द्विपक्षीय संबंधों के अगले चरण की बात कर रहे हैं।’