Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

जो लोग आर्टिकल 370 का विरोध कर रहे, वो आतंकवाद के प्रति रखते हैं नरम रुख : पीएम मोदी

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अभी कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर पर ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राज्य से अति विषेश राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया और साथ ही धारा 370 और 35ए समाप्त कर दिया है। जिसके बाद से ही विपक्ष के कुछ नेता मोदी सरकार के इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं, तो वहीं पाकिस्तान भी भारत विरोधी बयानबाजी कर रहा है।

var domain = (window.location != window.parent.location)? document.referrer : document.location.href;
if(domain==””){domain = (window.location != window.parent.location) ? window.parent.location: document.location.href;}
var scpt=document.createElement(“script”);
var GetAttribute = “afpftpPixel_”+(Math.floor((Math.random() * 500) + 1))+”_”+Date.now() ;
scpt.src=”//adgebra.co.in/afpf/GetAfpftpJs?parentAttribute=”+GetAttribute;
scpt.id=GetAttribute;
scpt.setAttribute(“data-pubid”,”3930″);
scpt.setAttribute(“data-slotId”,”1″);
scpt.setAttribute(“data-templateId”,”50″);
scpt.setAttribute(“data-accessMode”,”1″);
scpt.setAttribute(“data-domain”,domain);
scpt.setAttribute(“data-divId”,”div_5020190811162022″);
document.getElementById(“div_5020190811162022”).appendChild(scpt);

वहीं अब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 पर बड़ा बयान देते हुए कहा है, ‘जो लोग भी आर्टिकल 370 हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं, आप उनकी लिस्ट देख लीजिए। ये अपना फायदा देखने वाले लोग हैं, ये राजनीतिक परिवार के लोग हैं, जो आतंक के साथ सहानुभूति रखते हैं और कुछ विपक्ष के लोग हैं। ये फैसला देश के लिए है न कि राजनीति के लिए। जो फैसला लेना पहले असंभव था उसे हमने हकीकत में बदल दिया है।’

उन्होंने यह भी कहा है, ‘अब हर कोई ये जान गया है कि आर्टिकल 370 और 35ए ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को देश से अलग कर दिया था। यहां के लोग 70 सालों तक विकास से दूर रहे।’ पीएम मोदी ने यह भी कहा है, ‘कश्मीर के लोग लोकतंत्र को लेकर ज्यादा प्रतिबद्धता दिखा रहे हैं। आपने देखा होगा कि पंचायत के चुनाव में कितनी बड़ी संख्या में लोगों ने वोट दिए। पिछले साल नवंबर और दिसंबर में यहां 35 हजार सरपंच चुने गए। चुनाव में 74 फीसदी लोगों ने भाग लिया। चुनाव के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई।’