पोषण से भरपूर पपीता कई बीमारियों से दूर रखने में कारगर है। पाचन या भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे लोगों को तो हर कोई पपीता खाने की सलाह देता है।
पपीता पका हो या कच्चा, इसके अनेक फायदे हैं। हां एक बात और कई बार इसकी अधिकता नुकसानदेह भी साबित हो सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह भी लें कि कितनी मात्रा में पपीता का सेवन करें।
विटामिन और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा
पीता एक ऐसा फल है, जो पोषण से भरपूर तो है ही, इसमें बहुत से औषधीय गुण भी हैं। इन गुणों के कारण इसकी अपनी खास पहचान है। चाहे कच्चा पपीता हो या पका हुआ, दोनों ही स्वास्थ्य की दृष्टि से फायदेमंद है। पपीते में विटामिन ए, विटामिन सी, नियासिन, मैग्नीशियम, कैरोटीन, फाइबर, फोलेट, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम और कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। पपीते में कुछ मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं। एक छोटे पपीते में लगभग 60 कैलोरी होती है। आइए जानते हैं पपीते के ऐसे अनेक फायदे।
वजन को रखे नियंत्रित
यदि वजन कम करना चाहते हैं, तो एक मध्यम आकार के पपीते का सेवन फायदेमंद है। इसमें 120 कैलोरी होती है, साथ ही विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम आदि पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला पपेन एंजाइम पाचन में सहायता कर आपका काम और आसान कर देता है। पपीते में कोलेस्ट्रॉल और वसा न के बराबर पाया जाता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी होगी मजबूत
पपीते के सेवन से शरीर को कई जरूरी तत्वों की पूर्ति हो जाती है। शरीर को विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो सफेद कोशिकाओं के निर्माण में सहायक साबित होता है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, विटामिन ए और ई हमारे प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक हैं। इससे कई बीमारियां दूर रहती हैं।
पाचन में फायदेमंद
पपीते में पपेन समेत कई पाचक एंजाइम्स और कई डायट्री फाइबर्स होते हैं। ये पाचन क्रिया को उत्तेजित करने का काम करते हैं, जिससे पाचन तंत्र पूरी तरह सक्रिय रहता है। इसमें बीटा कैरोटिन, विटामिन ई और फोलेट आदि पाए जाते हैं, जो कब्ज जैसी समस्या से बचाते हैं।