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कल पूरा विश्व मनाएगा विश्वगुरु के साथ पंचमयोग, ICY का योगनगरी ऋषिकेश में गंगा योग

एक तरह जहां इस भौतिक जीवन में लिप्त इंसान अपने मूल स्वरूप को भूलता जा रहा है और चिंता, तनाव व अवसाद में फसकर खुद इस धरा पर जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरा है। जिसने अशांति, अत्याचारों के साथ – साथ विकास के नाम पर युद्धों, परमाणु हथियार, ग्लोबल वॉर्मिंग, जलवायु परिवर्तन जैसे परिणाम दिए और वसुदेव कुटुम्भकभ को ही विनाश की राह पर ला खड़ा कर दिया था।

ऐसे वक्त पर एक बार फिर विश्वगुरु रहे भारत पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थी। तभी भारत ने एक बार फिर खतरों व संकटों से निकालने की दिव्य विद्या को विश्व पटल पर स्थापित करने का संकल्प लिया। उस विद्या के रूप में ‘”योग” को मूल में रखकर विश्व कल्याण का सपना बना और पूरी दुनिया ने इसको दिल से स्वीकार किया।

इस धरा ने मानो योग को अपने पुत्र की तरह गौद ले लिया तथा उस पुत्र (योग) के बडा होने के साथ-साथ विश्व बन्धुता व शांति की पुनः स्थापना 21 जून 2015 “अंतराष्ट्रीय योग दिवस” से पूरी दुनिया में शुरू हो चुकी है।

जलवायु परिवर्तन जीवन के लिए बड़ा खतरा

इस बार भी 21 जून अंतराष्ट्रीय योग दिवस (पंचमयोग) पर भारत विश्वगुरु के रूप में पूरी दुनिया को “जलवायु परिवर्तन” पर बड़ा संदेश देने जा रहा है जो जीवन के लिए बड़ा खतरा बनकर उभरा है। अतः योग ही इसका समाधान है यही संदेश “Climate Action” के रूप में पंचमयोग दिवस पर दिया जायेगा।

योग शरीर व मन के रोग ठीक करता है इतना ही नही है बल्कि शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, आध्यात्मिक आदि की उन्नति करने के साथ-साथ “विश्व परिवर्तन” की अपार शक्ति भी इस योग विद्या में समाहित है जिसको पंचमयोग दिवस पर एक झलक के रूप में कल दुनिया देखेगी…

इस अवसर पर PM मोदी रांची से पूरी दुनिया को “क्लाइमेट एक्शन” पर पूरी दुनिया को संदेश देंगे तथा विश्व परिवर्तन का उदय होगा।

इस अवसर पर योगनगरी ऋषिकेश में भी ICY इस महापर्व का आयोजन माँ गंगा के तट पर करेगा आध्यात्मिक गुरु विकास योगी ऋषीकेश में गंगा के तट पर योग करेंगे व क्लाइमेट एक्शन की शपथ लेंगे उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें शामिल होने का आह्वान किया।