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असदुद्दीन औवेसी ने लड़की से माइक छीना, वारिस पठान का क्यों नहीं? संब‍ित पात्रा

 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शन के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इसके पीछे एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। पार्टी ने कहा कि देश में तथाकथित शाहीन बाग का लीडर कोई और नहीं ओवैसी है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीएए के विरोध के बारे में जो घृणा की राजनीति हो रही है, उससे सभी परिचित हैं और इनका कोई अगर लीडर है तो वह ओवैसी है। उन्होंने कहा कि वारिस पठान ने शाहीन बाग में ज्ञान दिया है। ओवैसी के मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद बोला गया। इससे साफ है कि कही न कही उनके मन में खोट है।

पात्रा ने कहा कि बीते गुरुवार को कर्नाटक में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान एआईएमआईएम के मंच से एक लड़की ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। यहां मौजूद ओवैसी ने लड़की का माइक तो छीन लिया, लेकिन अपने पूर्व विधायक वारिस पठान का माइक नहीं छीना और वह मंच से 15 मिनट तक बोलता रहा।

पात्रा ने कहा कि 15 मिनट तक वारिस पठान ने विवादित बयान दिया, लेकिन उसी मंच पर बैठे असदुद्दीन ओवैसी ने रोकने की कोशिश नहीं की। इससे साफ होता है कि उनकी नीयत में खोट है। पठान मंच से सौ करोड़ पर 15 करोड़ लोगों के भारी पड़ने की धमकी दे रह था। पात्रा ने कहा कि वारिस पठान को किस तरह की आजादी चाहिए, इसका जवाब ओवैसी और तथाकथित बुद्धिजीवियों को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओवैसी के हाथ में संविधान और दिल में वारिस पठान है।

भाजपा नेता ने कहा कि शाहीन बाग में धरने पर बैठी दादियों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। क्योंकि पठान ने साफ कहा कि अभी तो केवल शेरनियों (महिलाओं) को आगे किया है, हम आ जाएंगे तो सोचो क्या होगा।

पात्रा ने कहा कि जिन्ना की तरह ओवैसी भी डायरेक्ट एक्शन की बात कर रहे हैं। भाजपा का कोई नेता अगर बोलता तो सारे बुद्धिजीवी बयान देते, लेकिन आज वह मौन हैं। न कांग्रेस के राहुल गांधी कुछ बोल रहे और न ही अवार्ड वापसी गैंग के सदस्य इसका विरोध कर रहे हैं।