Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के न बुलाने पर ओपी राजभर हुए नाराज

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के न बुलाने पर ओपी राजभर उनसे नाराज चल रहे हैं। हालांकि एमएलसी चुनाव के बाद से ही ये नाराजगी थी। इसका असर राष्ट्रपति चुनाव पर पड़ रहा है और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के साथ जाने का ऐलान करते हुए कहा है कि सुभासपा राष्ट्रपति चुनाव में योगी आदित्यनाथ की बीजेपी के साथ जाएगी और सुभासपा के 6 विधायक द्रौपदी मुर्मू को वोट देंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि वो अभी भी अखिलेश के साथ हैं और गठबंधन में जब तक वो हैं तब तक हम रहेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि वो अखिलेश के साथ वोट देने के लिए तैयार थे।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को झटका देते हुए उनके चाचा और पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव और गठबंधन सहयोगी ओपी राजभर ने एनडीए अध्यक्ष पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की है। राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख हैं, जिसके उत्तर प्रदेश विधानसभा में छह विधायक हैं। राजभर पहले भाजपा के साथ थे, लेकिन उन्होंने इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन छोड़ दिया और अखिलेश यादव के साथ हाथ मिला लिया। लेकिन अब देनों शिवपाल और ओपी राजभर, अखिलेश यादव से खफा हैं। ओपी राजभर और अखिलेश के बीच विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही विवाद शुरू हुआ था। यहां तक की ओपी राजभर ने सार्वजनिक रूप से कई बार अखिलेश यादव पर निशाना साधा।