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अभी और कहर बरपाएगा कोरोना, जुलाई में टूट सकता है मरीजों का रिकॉर्ड

कोरोना का कहर अभी तक सबसे ज्यादा अमेरिका पर ही टूटा था। लेकिन अब भारत में जिस तेजी से कोरोना मरीजों की तादद बढ़ रही है, उसे देखते हुए जानकारों का मानना है कि जुलाई तक कोरोना के मामलों में भारत, अमेरिका से भी आगे निकल जाएगा। बस कुछ हफ्ते पहले तक कोरोना पॉजिटिव केस के मामलों में भारत की गिनती तीस देशों में थी। मगर अब भारत उन सात देशों में शामिल हो गया है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा केस हैं। अंदेशा ये जताया जा रहा है कि जून-जुलाई भारत के लिए सबसे नाजुक हैं।

बस महीने भर पहले तक कोरोना मरीजों के मामले में भारत टॉप तीस देशों में शामिल था। फिर 25 देशों की सूची में भारत का नाम आया। इसके बाद 20, फिर 15, फिर 10 और अब भारत करीब 2 लाख कोरोना मरीजों के साथ इस लिस्ट में 7वें नंबर पर पहुंच गया है।

जानकारों का मानना है कि फिलहाल जिस तेजी से कोरोना के मामले देश में बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में भारत एक से डेढ़ हफ्ते में पांचवें नंबर पर पहुंच जाएगा। इतना ही नहीं जानकारों की चिंता इस बात की भी है कि भारत में जुलाई तक कोरोना के 21 लाख तक पहुंच सकते हैं। यानी भारत कोरोना के मरीजों के मामले में तब अमेरिका से भी आगे निकल जाएगा।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर भ्रमर मुखर्जी के मुताबिक भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना ना तो अभी कम हुआ है। और ना ही फिलहाल कम होने की उम्मीद है। भ्रमर मुखर्जी ने भारत में लॉकडाउन और कोरोना के कंट्रोल पर आधारित 43 पन्नों की एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जुलाई की शुरुआत तक ये मामले करीब साढ़ 6 लाख से बढ़ कर 21 लाख तक हो सकते हैं।

इतना ही नहीं इस मुद्दत में करीब 18 से 20 हज़ार लोगों की जान भी जा सकती हैं। प्रोफेसर मुखर्जी ने इस आंकलन के लिए देश में पिछले कई दिनों के मामलों की पड़ताल की। जिसके मुताबिक भारत में रोज़ाना औसतन 9 हज़ार की तादाद में मामले बढ़ रहे हैं। अगर इसी हिसाब से मामले बढ़े तो जुलाई आते आते भारत में कोरोना के तकरीबन 5 लाख मामले हो जाएंगे। हालांकि औसतन मामलों की तादाद हर हफ्ते बढ़ती ही जा रही है।